आमतौर पर भेड़ की पहचान ऊन से की जाती है. माना भी यही जाता है कि भेड़ पालन ऊन के लिए होता है. लेकिन ऐसा नहीं है. दरअसल भेड़ की एक खास नस्ल को सिर्फ मीट के लिए ही पाला जाता है. 44 तरह की नस्ल के बीच यह एक ऐसी नस्ल की भेड़ है जिसका वजन भी सबसे ज्यादा होता है. ऐसा भी नहीं है कि इसके शरीर पर ऊन नहीं होती है. ऊन होती तो है लेकिन उसकी क्वालिटी इतनी अच्छी नहीं होती है. केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. गोपाल दास ने किसान तक को बताया कि मुजफ्फरनगरी भेड़ के मीट को देश के ठंडे इलाके हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में बहुत पसंद किया जाता है