Poultry Feed: घर में भी तैयार कर सकते हैं पोल्ट्री फीड, लेकिन रखना होगा ये खास ख्याल

Poultry Feed: घर में भी तैयार कर सकते हैं पोल्ट्री फीड, लेकिन रखना होगा ये खास ख्याल

पोल्ट्री फीड में सबसे ज्यादा मक्का का इस्तेमाल होता है. और आज मक्का का दाम किसी से छिपा नहीं है. महाराष्ट्र में तो मक्का का दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुकाबले दोगुना रेट पर पहुंच गया है. सोयाबीन भी पोल्ट्री फीड में मिलाया जाता है. 

मक्का का प्रतीकात्मक फोटो.
नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Apr 30, 2024,
  • Updated Apr 30, 2024, 4:28 PM IST

अंडों के लिए लेअर बर्ड पाली जाएं या फिर चिकन के लिए ब्रायलर बर्ड, दोनों में सबसे ज्यादा लागत फीड की आती है. आपका अंडा-चिकन बिके या ना बिके, लेकिन पोल्ट्री फार्म में मुर्गे-मुर्गियों को फीड चाहिए ही चाहिए. और ये वो वक्त चल रहा है जब पोल्ट्री फीड के दाम में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव चल रहा है. फीड महंगा होने के चलते बहुत सारे पोल्ट्री फार्म बंद होने लगे हैं. कुछ बंद होने के कगार पर हैं. और सबके पीछे सिर्फ एक ही वजह कि महंगा होता पोल्ट्री फीड. 

इथेनॉल उत्पादन में मक्का की बढ़ती खपत पोल्ट्री सेक्टर में चिंता बढ़ा रही है. असल बात तो ये है कि भारत का 34.60 मिलियन टन (एमटी) सालाना मक्का उत्पादन पोल्ट्री सेक्टर के साथ-साथ देश की खाद्य सुरक्षा की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपर्याप्त है. 

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जानें घर पर कैसे तैयार करें पोल्ट्री फीड 

1 हर दवाई और पोल्ट्री सप्लीमेंट के निर्माता की अलग-अलग उत्पाद की अलग-अलग डोज़ होती है. उनके द्वारा बतायी गयी डोज को सही प्रकार से मानना चाहिये. डोज निर्माताओं द्वारा बतायी डोज का पालन करना चाहिये.

2 पोल्ट्री फार्म पर प्री स्टार्टर फीड 400 ग्राम होने तक और स्टार्टर पोल्ट्री फीड 1200 ग्राम तक और फिनिशर पोल्ट्री फीड पक्षी के निकल जाने तक उपयोग करना चाहिये.

3 पोल्ट्री फार्म पर हर प्रकार का स्टॉक एडवांस में होना बहुत जरूरी है.

4 हमेशा पोल्ट्री फीड और पोल्ट्री फीड में लगने वाले उत्पाद सूखी जगह और धूप से दूर रखने चाहिये.

5 कुछ एंटी बायोटिक अन्य एंटी कोक्सीडियल से मिलकर रिएक्शन करते है. जैसे सेलेनोमाईसिन, मोनेनसिन, नेरेसिन जैसे एंटीकोक्सिडियल्स टॉयमुलीन के साथ रिएक्शन करती हैं. टायमूलिन का इस्ते माल बहुत सावधानी से करना चाहिये.

6 पोल्ट्री फीड को मिलाने के लिये अच्छे मिक्सर की मदद लेनी चाहिये. 

7 फाईटेज एंजाइम की मात्रा 1.5 गुना तक बढ़ाई जा सकती है, इससे भी अच्छे परिणाम मिलते हैं.

8 पोल्ट्री फीड की पिसाई अच्छे से होनी चाहिये. पोल्ट्री फीड के मोटे दाने बेहतर तरीके से नहीं पच पाते हैं. 

9 पोल्ट्री फीड सही से मिलाना चाहिये. पोल्ट्री फीड में सभी उत्पाद और तेल पहले अलग से कुछ फीड में मिला लेने चाहियें, फिर उसे सारे फीड में मिलाना चाहिये.

10 पोल्ट्री फीड बनाते वक्त ये ध्यान रखें कि कोई भी सामान छूट ना जाये.

11 पोल्ट्री फीड में डाले जाने वाले प्रत्येक उत्पाद की एक्सपायरी तारिख जरूर चैक कर लेनी चाहिये.

12 प्रत्येक उत्पाद हमेशा प्रतिष्ठित कंपनी का ही होना चाहिये.

13 एक तरह के फीड को दुसरे तरह के फीड पर शिफ्ट करने से पहले क्रम्ब्स फीड को मैश फीड के साथ 50-50 फीसद के अनुपात में मिला देना चाहिये. और कम से कम यही मिला हुआ फीड एक दिन देने के बाद ही दूसरी तरह के फीड पर शिफ्ट करना चाहिये.

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14 आधारभूत सामान जैसे सोयाबीन की खली, मक्का और तेल खरीदने से पहले गुणवत्ता की अच्छी तरह से जांच कर लेनी चाहिये. सामान हर तरह के फंगस से मुक्त और सूखा होना चाहिये. खरीद करते वक्त सख्त पैमाने का उपयोग करना चाहिये. मक्का में नमी 14 प्रतिशत से कम और सोयाबीन की खली में लगभग 11 प्रतिशत तक ही बेहतर है.

15 कभी भी पोल्ट्री फार्म पर फीड इकट्ठा करने के लिये बोरियां किसी अन्य स्थान उपयोग हुई पुरानी नहीं खरीदनी चाहिये. हमेशा नयी बोरिया ही खरीदें, ताकि किसी अन्य स्थान की बीमारी आपके पोल्ट्री फार्म पर ना आ जाये.
 

 

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