Drone Farming: अब बुधनी से भी निकलेंगी ड्रोन दीदियां, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया इशारा!

Drone Farming: अब बुधनी से भी निकलेंगी ड्रोन दीदियां, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया इशारा!

कृ‍षि मंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि बुधनी की इस यूनिटी को केंद्रीय नेतृत्व के जरिये से इतना विकसित जाएगा कि यह पूरे देश के लिए मिसाल बनेगी. उन्होंने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से संस्थान में खेती से जुड़ी आधुनिक तकनीकों के साथ ड्रोन ट्रेनिंग भी दी जा रही है. इसे आगे भी लगातार जारी रखा जाएगा.

क‍िसान तक
  • New Delhi,
  • Dec 22, 2025,
  • Updated Dec 22, 2025, 10:46 AM IST

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को मध्‍य प्रदेश के सीहोर के बुधनी में थे. यहां पर वह बुधनी के केंद्रीय कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान में महिला किसान सशक्तिकरण ओर आधुनिक कृषि इनोवेशन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे. कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि बुधनी की इस यूनिट को इतना डेवलप किया जाएगा कि यह पूरे देश के लिए मिसाल बनेगी. 

मिल रही है खास ट्रेनिंग 

कृ‍षि मंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि बुधनी की इस यूनिटी को केंद्रीय नेतृत्व के जरिये से इतना विकसित जाएगा कि यह पूरे देश के लिए मिसाल बनेगी. उन्होंने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से संस्थान में खेती से जुड़ी आधुनिक तकनीकों के साथ ड्रोन ट्रेनिंग भी दी जा रही है. इसे आगे भी लगातार जारी रखा जाएगा. कार्यक्रम के दौरान किसान डायलॉग, आधुनिक कृषि तकनीक, महिला प्रशिक्षण और ड्रोन टेक्‍नोलॉजी का प्रदर्शन किया गया. बड़ी संख्या में महिला किसान, ट्रे‍नर्स और अधिकारी मौजूद रहे. 

इसी साल शुरू हुआ इंस्‍टीट्यूट 

बुधनी में देश का पहला एग्री ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर है जिसे इसी साल मई में शुरू किया गया है. इस इंस्‍टीट्यूट का मकसद किसानों को खेती की सुरक्षा का ड्रोन के जरिए ट्रेनिंग देना है. ट्रेनिंग के लिए इंस्‍टीट्यूट में ड्रोन सियुलेशन लैब है और लैब में एक ड्रोन भी है. इस ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर के जरिये किसानों को खेती के एडवांस्‍ड इक्विपमेंट्स के प्रयोग और ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है. इस ट्रेनिंग का मकसद किसानों को खेती में प्रयोग की जा रही हाईटेक टेक्‍नोलॉजी के बारे में ट्रेनिंग देना है. 

किसानों को मिलती कौन सी ट्रेनिंग 

अब इस सेंटर पर महिलाओं को भी ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वो अपने परिवार में पुरुष किसानों के साथ टेक्‍नोलॉजी का फायदा उठाकर खेती में मुनाफा कमा सकें. इस सेंटर पर किसानों को जो ट्रेनिंग दी जाती है उसका पहला मकसद होता है कि उनकी उपज में इजाफा करना है. यहां पर किसानों को ड्रोन के जरिये फसलों की निगरानी, छिड़काव और फसल निरीक्षण की ट्रेनिंग दी जाती है. अधिकारियों की मानें तो इससे न सिर्फ खेती की लागत कम होती है बल्कि फसल की क्‍वालिटी भी बेहतर होती है.

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