धान भारत की प्रमुख फसलों में से एक है. भारत में उत्पादन किए जा रहें फसलों का एक चौथाई हिस्सा धान कवर करता है. साथ ही धान से जो चावल निकलता है वह भारत के लोगों का प्रमुख भोजन भी है. वर्तमान समय में दुनिया में और भी कई देश है, जो धान की खेती प्रमुखता से करते है. वहीं गन्ना और मक्का की खेती के बाद धान दुनिया का तीसरा सबसे अधिक उत्पादन किया जानें वाला फसल है. दरअसल चावल को न सिर्फ बनाना आसान होता है, बल्कि आप इससे कई तरह की डिशेज भी तैयार कर सकते हैं, जो पेट के लिए भी हल्का रहता है.
यही वजह है कि भारतीय खाने में चावल को जरूर शामिल किया जाता है. ऐसे में आपको जानना जरूरी है कि भारत में चावल का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन सा है. यानी किस राज्य से सबसे अधिक आता है चावल. आइए जानते हैं.
बात करें चावल के उत्पादन की तो छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है, लेकिन भारत में सबसे अधिक चावल का उत्पादन पश्चिम बंगाल में होता है यानी चावल उत्पादन के मामले में ये राज्य सबसे आगे है. यहां के किसान हर साल बंपर चावल का उत्पादन करते हैं. देश के कुल चावल उत्पादन में बंगाल का 13.62 फीसदी की हिस्सेदारी है.
देश के कई राज्यों के किसान धान की खेती की लागत को घटाने के लिए सीधी बिजाई या डीएसआर तकनीक पर जोर दे रहे हैं. सीधी बिजाई ऐसी तकनीक है जिसमें धान का बिचड़ा लगाने और उसे दोबारा किसी अन्य खेत में रोपने की जरूरत नहीं होती. इससे धान की खेती की लागत में बचत होती है और मजदूरों के खर्च में भी कमी आती है. देश के कई राज्यों में यह तकनीक तेजी पकड़ रही है क्योंकि इसमें लेबर का खर्च कम है. पंजाब, हरियाणा, यूपी और तेलंगाना जैसे राज्य जहां धान बड़े पैमाने पर रोपा जाता है, वहां के किसान डीएसआर तकनीक पर अधिक जोर दे रहे हैं.
चावल में विटामिन बी, मैंगनीज, सेलेनियम, मैग्नीशियम और फाइबर की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. यह सभी पोषक तत्व शरीर के लिए अत्यधिक आवश्यक हैं. साथ ही चावल से बनी खिचड़ी में एक चम्मच घी मिलाकर खाने से डाइजेशन इंप्रूव होता है. यह पेट को हल्का रखने में भी आपकी मदद करती है. इसके अलावा चावल खाने से कई बीमारियों से छुटकारा भी मिलता है.