महाराष्ट्र सरकार ने इस साल फरवरी और मई के बीच बेमौसम बारिश के कारण फसल नुकसान झेलने वाले किसानों के लिए 337.41 करोड़ रुपये की सहायता राशि मंजूर की है. इसे लेकर मंगलवार को एक सरकारी प्रस्ताव (जीआर) जारी किया गया. पीटीआई के अनुसार, यह वित्तीय सहायता पात्र किसानों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी. जीआर के अनुसार, राशि उनके बैंक खातों में भेजे जाने के बाद, जिला कलेक्टर आधिकारिक पोर्टल पर लाभार्थियों की लिस्ट जारी करेंगे.
विदर्भ क्षेत्र में फरवरी में बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई, जिससे कपास, गेहूं, चना, अरहर सहित विभिन्न फसलों को नुकसान पहुंचा था. इसके अलावा मराठवाड़ा क्षेत्र के जालना जिले के दो तहसीलों में लगभग 11,700 हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई थीं.
वहीं, महाराष्ट्र में हालिया कुछ विवादों को लेकर राजनीति भी तेज है. इस बीच, सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों से जुड़े विवादों पर तीखी टिप्पणी करते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने बुधवार को कहा कि देवेंद्र फडणवीस राज्य के इतिहास के सबसे लाचार मुख्यमंत्री हैं. पीटीआई से बात करते हुए सपकाल ने कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे को विधान परिषद में मोबाइल फोन पर रमी खेलते हुए और शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा बासी खाना परोसने पर एक कैंटीन कर्मचारी के साथ मारपीट का ज़िक्र किया.
सपकाल ने कहा, "हर दिन उनके मंत्री किसी न किसी घोटाले में फंस जाते हैं, लेकिन उनकी किस्मत बस उन्हें बर्दाश्त करना है." कांग्रेस नेता ने आगे कहा, "ऐसा लगता है कि फडणवीस विधानसभा के अंदर एक क्लब चला रहे हैं और उनके (सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन) नेताओं ने बाहर एक डब्ल्यूडब्ल्यूएफ अखाड़ा खोल रखा है." ... सपकाल ने आगे कहा कि बीड में हत्याएं हो रही हैं, 'कोयटा' गिरोह बेलगाम हो रहे हैं और एक मंत्री की मां के नाम पर डांस बार चल रहा है.
फडणवीस और शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे (जिनकी पार्टी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है जिसमें कांग्रेस भी शामिल है) के बीच हाल ही में हुई बंद कमरे में हुई बैठक पर सपकाल ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि कुछ (राजनीतिक पुनर्संयोजन) हो रहा है, क्योंकि भाजपा ने ही शिवसेना को विभाजित किया था. उन्होंने शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न भी छीन लिया है."
कांग्रेस नेता ने फडणवीस के जन्मदिन पर जारी एक कॉफ़ी टेबल बुक में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार द्वारा मुख्यमंत्री फडणवीस की प्रशंसा करने को भी ज़्यादा तूल देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद किसी को शुभकामना देना महाराष्ट्र की संस्कृति का हिस्सा है. हालांकि, सपकाल ने टिप्पणी की कि फडणवीस और भाजपा ने ऐसे नेताओं को संरक्षण दिया है, जो अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं और हर जगह राजनीति तलाशते हैं.