लोहड़ी में सरसों का साग, आग और मक्के की रोटी का क्या है कनेक्शन, जानें यहां

लोहड़ी में सरसों का साग, आग और मक्के की रोटी का क्या है कनेक्शन, जानें यहां

ढोल की थाप पर भांगड़ा और खाने में सरसों के साग के साथ मक्के की रोटी अगर ना हो तो लोहड़ी का रंग फीका पड़ जाता है. यह कहावत पंजाब और हरियाणा में बहुत प्रसिद्ध है. ऐसा क्यों है आइए जानते हैं.

Lohri Festival 2023Lohri Festival 2023
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Jan 12, 2023,
  • Updated Jan 12, 2023, 11:42 AM IST

नए साल का पहला त्योहार यानि लोहड़ी की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है. इस साल लोहड़ी 14 जनवरी को मनाई जाएगी. यह पंजाब और हरि‍याणा के लोग द्वारा बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है. लोहड़ी का त्योहार अलग-अलग रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है. इस पर्व को लेकर एक बड़ी मशहूर कहावत है कि ढोल की थाप पर भांगड़ा और खाने में सरसों के साग के साथ मक्के की रोटी अगर ना हो तो लोहड़ी का रंग फीका पड़ जाता है. वहीं इस त्योहार में अग्नि देवता का भी खास महत्व है. ऐसा क्यों हैं और ये कहावत क्यों कही जाती है आइये जानते हैं.

लोहड़ी के दिन क्यों बनाई जाती है ये खास डिश

लोहड़ी का त्योहार दस्तक देने वाला है. ऐसे में लोग इसका जश्न मनाने को पूरी तरह से तैयार हैं. लोहड़ी के दिन सरसों का साग और मक्के की रोटी का खास महत्व हैं. लोग खाने में इस व्यंजन को जरूर शामिल करते हैं. ऐसा इसलिए हैं क्योंकि लोहड़ी का त्योहार फसल से जुड़ा हुआ है. नए फसलों तैयार हो रही होती हैं और उसी का खाना तैयार किया जाता है, जिसका भोग भी अग्नि देवता को लगाया लगाया जाता है.

ये भी पढ़ें: Lohri 2023 Date: इस साल किस तारीख को मनाई जाएगी लोहड़ी और संक्रांति, ये रही डिटेल्स

इस पर्व में आग का महत्व 

पंजाब,हरियाणा की बात अगर की जाए तो यहां सरसों और मकई की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है और यह यहां का मुख्य भोजन भी है. ऐसे में लोहड़ी के दिन लोग यही खाना पसंद करते हैं. एक और कारण है कि सरसों का तासीर गर्म होती है और यह सर्दियों में सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है. ऐसे में लोहड़ी के दिन खाने के मेन्यू में सरसों का साग और मक्के की रोटी शामिल ना हो, तो त्योहार फीका सा लगने लगता है. वहीं लोहड़ी पर्व में आग यानि अग्नि देवता का भी अपना महत्व है. सिख और पंजाबी समुदाय के लोग इस दिन अच्छी फसल और उपज के लिए अग्नि देवता का धन्यवाद करते हैं और सुखी जीवन की कामना करते हैं.

ये भी पढ़ें: Makar Sankranti 2023: रविवार को मना रहे मकर संक्रांति तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान

MORE NEWS

Read more!