बिहार के मुंगेर में तारापुर प्रखंड के बिहमा पंचायत के सिसुवा गांव में दर्दनाक हादसे में छुट्टी पर चल रहे शिक्षक सह किसान सुनील मिश्रा (66) की खेत में करंट लगने से मौत हो गई. वे धान के बिचड़ा की स्थिति देखने अपने खेत पर गए थे, जहां पहले से बिछाए गए नंगे बिजली तार की चपेट में आ गए. घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों ने दोषी पर कार्रवाई की मांग को लेकर करीब छह घंटे तक शव नहीं उठाया. पुलिस और बिजली विभाग के आश्वासन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजने की प्रक्रिया की जा रही है.
प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों के अनुसार, गांव के ही किसान सुभाष सिंह ने ग्रामीण फीडर से अवैध रूप से खुला बिजली तार जोड़कर अपने बोरिंग तक बिजली पहुंचाई थी. इसी बिजली तार के संपर्क में आने से सुनील मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई, जब उनके भतीजे धर्मेंद्र मिश्र खेत पर पहुंचे, तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी.
बताया गया कि हादसे के बाद अवैध रूप से बिजली चुराने वाला आरोपी किसान मोटर खोलकर फरार हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही हरपुर थाना के थानाध्यक्ष सोनू कुमार पीटीसी संजीव कुमार और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं, बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर संतोष कुमार ने बताया कि प्राथमिक जांच में ग्रामीण फीडर से अवैध कनेक्शन की बात सामने आई है. दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बताया गया कि मृतक किसान के दो पुत्र हैं और दोनों शिक्षक हैं. वहीं, पोते सूरज ने बताया कि घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही कृषि फीडर का ट्रांसफार्मर है, बावजूद इसके कुछ किसान लाइन कटने की स्थिति में ग्रामीण फीडर से नंगा तार जोड़कर बोरिंग चलाते हैं, जो गंभीर दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहा है. वहीं, तारापुर एसडीएम के सरकारी नंबर पर कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.
वर्तमान में मॉनूसन सीजन चल रहा है और कई राज्यों में बारिश, आंधी-तूफान और पेड़ आदि गिरने की घटनाएं संभावित होती है. ऐसे में बिजली के तार टूटने और अन्य हादसे होने की आशंका बनी रहती है. ऐसे में किसानों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी किसी भी आशंका को लेकर संबंधित विभाग काे इसकी जानकारी जरूर दें और हादसे से अपना और अन्य लोगों का बचाव करें.
(गोविंद कुमार की रिपोर्ट)