शकरकंद बुवाई की तैयारी कर रहे किसानों के लिए सरकार सस्ती कीमत में बीज यानी बेल उपलब्ध करा रही है. आमतौर पर शकरकंद की अच्छी उपज के लिए बुवाई का बेहतर समय जून-अगस्त के बीच रहता है. लेकिन इसे किसी भी किस्म में बोया जा सकता है. शकरकंद की ज्यादा पैदावार के लिए उसकी बेल यानी बीज का उत्तम क्वालिटी का होना जरूरी है. शकरकंद की बेस्ट वैराइटी मानी जाने वाली श्रीभद्र की बेल सरकार 30 फीसदी छूट के साथ सस्ती कीमत पर बेच रही है. किसान घर बैठे इसे ऑनलाइन मंगा सकते हैं.
आमतौर पर शकरकंद फसल की खेती किसी भी मौसम में करने के लिए अनुकूल होती है. हालांकि, किसान अच्छी पैदावार चाहते हैं तो उन्हें गर्मी और बारिश के मौसम में बुवाई करनी चाहिए. इसके लिए जून से अगस्त के बीच शकरकंद की बुवाई का सही मौसम माना जाता है. जायद के मौसम में इसके पौधों की रोपाई की जा सकती है. शकरकंद की यह बुवाई खरीफ फसल के साथ तैयार हो जाती है. शकरकंद की श्रीभद्र किस्म 90 से 105 दिन में तैयार हो जाती है. इस शकरकंद का साइज छोटा और रंग गुलाबी होता है. खास बात है कि इसकी कीमत बाजार में अच्छी मिलती है, जो किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित होती है.
राष्ट्रीय बीज निगम किसानों की सुविधा के लिए शकरकंद की उन्नत किस्म श्रीभद्र की बेल या बीज ऑनलाइन बेच रहा है. इसकी बुवाई के लिए किसान बीज को ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं. सरकारी बीज केंद्र से मंगाने पर कीमत पर 35 फीसदी की छूट किसान को मिलती है और बीज या बेल का 500 ग्राम का पैकेट केवल 1562 रुपये में मिलता है. हालांकि, इसकी न्यूनतम रिटेल कीमत
2,415 रुपये होती है.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corp) शकरकंद श्रीभद्र के खरीदार किसानों को विक्रेता का मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराता है, ताकि किसान उससे संपर्क कर सही बुवाई और अच्छे उत्पादन के लिए सलाह ले सकें. राष्ट्रीय बीज निगम ओएनडीजी के जरिए बीजों के अलावा पशुओं का चारा, कीटनाशक और फसलों की बिक्री के लिए प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध करता है. राष्ट्रीय बीज निगम पर मिलने वाले उत्पाद जैविक होते हैं और यह एफपीओ से जुड़े किसानों के जरिए खरीदकर बिक्री के लिए लाए जाते हैं.