शहरी जीवन में बागवानी लोगों के लिए एक पैशन बन गया है. कम जगह होने के बावजूद हर कोई इसे करना चाहता है. इसकी वजह से किचन गार्डनिंग का चलन काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. किचन गार्डनिंग के जरिए कम स्पेस में भी लोग घर में ही फल और सब्जियां उगाने लगे हैं. इससे न सिर्फ बागवानी करने का शौक़ पूरा होता है बल्कि घर पर ही अपने हाथों से उगाई हुई पौष्टिक सब्जी भी मिलती है. इसके अलावा लोगों की किचन भी काफ़ी सुंदर और आकर्षक दिखती है.
लेकिन एक बात की चिंता आपको जरूर सताती होगी कि आप अपने पौधों में कौन सा खाद डालें ताकि पौधे अधिक बढ़ें और आपको अधिक पैदावार मिले. आइए जानते हैं इन 5 खादों के बारे में जो आपकी सब्जियों और पौधों के लिए अधिक फायदेमंद हैं.
डीएपी खाद को आप अपनी गार्डनिंग में आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके इस्तेमाल से आपकी सब्जियों से बेहतर पैदावार मिलती है. आइए जान लेते हैं कि इसका आप पौधों मे कैसे इस्तेमाल करें. सबसे पहले आप एक लीटर पानी में डीएपी खाद को मिलाएं. फिर उसका लिक्विड तैयार होने के बाद आप उसका पौधों पर छिड़काव करें. ये आपके पौधों के लिए काफी फायदेमंद होगा.
अधिकांश किसान पोटाश का उपयोग अपनी खेती वाली फसलों पर करते हैं. इसके इस्तेमाल से पौधों का बहुत अधिक विकास होता है. आप इसका इस्तेमाल बागवानी में भी कर सकते हैं. ये आपके पौधों के सूखने से बचाता है. वहीं पौधों पर इसका इस्तेमाल अधिक मात्रा में नहीं करनी चाहिए.
नीम खली खाद पौधों के लिए जैविक खाद का काम करती है. इसका इस्तेमाल खली और मिट्टी को मिलाकर किया जाता है. इसके उपयोग से मिट्टी में रहने वाले कवक खत्म हो जाते हैं. इससे पौधे का विकास आसानी से होता है.
गार्डनिंग में सरसों खली खाद को काफी गुणकारी माना जाता है. दरअसल बागवानी करने वाले ज्यादातर लोग इसका उपयोग करते हैं. इस खाद की विशेषता यह है कि ये पौधे के विकास के लिए काफी तेजी से काम करता है. इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं. यह खाद कठोर होता है. इसका इस्तेमाल आप घोल बनाकर कर सकते हैं. गुलाब के फूलों में इसका इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है.
यह खाद फास्फोरस से भरपूर होता है. यह खाद सब्जियों के उत्पादन को बढ़ाता है. यह खाद पौधे में लगे फंगस को कम करता है. फंगस से छुटकारा पाने के लिए आप अपने पौधों पर इसके घोल का छिड़काव कर सकते हैं.