इफको या कृभको जैसी सहकारी संस्थाओं की खाद के लिए मध्य प्रदेश के किसानों को अब टेंशन करने की जरूरत नहीं है. भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय ने बताया है कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में किसानों को अब सहकारी समितियों से खाद मिलेगी. इस तरह किसानों को खादों के लिए किसी दूसरे सेंटरों पर भागमभाग नहीं करनी होगी. किसानों को लंबी लाइनों में नहीं लगना होगा. किसान सहकारी समितियों से आसानी से खाद ले सकेंगे.
आपको बता दें कि खरीफ का सीजन शुरू हो चुका है और किसानों को खादों की तत्काल जरूरत होती है. अगर खाद समय पर न मिले तो बुआई पिछड़ जाती है. किसानों की इस टेंशन को देखते हुए भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय ने सहकारी समितियों से खाद आपूर्ति करने का निर्णय लिया है. सरकार के मुताबिक, समितियों से खादों का वितरण शुरू भी हो चुका है.
सहकारिता मंत्रालय ने बताया है कि किसानों को अब सहकारी समितियों के माध्यम से खरीफ सीजन के लिए खाद वितरित किया जा रहा है. खाद वितरण व्यवस्था पर कलेक्टर की लगातार निगरानी सुनिश्चित की जा रही है. शिवपुरी जिले की 88 समितियों में 2175 मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया गया है. डिफॉल्टर मुक्त किसानों को खाद कर्ज के रूप में और ओवरड्यू किसानों को लोन चुकाने पर खाद मिलेगी. यह व्यवस्था किसानों को समय पर और सुविधाजनक ढंग से खाद उपलब्ध कराने के लिए की गई है.
खरीफ फसलों की खेती को सुचारू बनाए रखने के लिए खाद वितरण की यह व्यवस्था की गई है. लगातार प्रशासन की निगरानी में खाद वितरण का काम किया जा रहा है. शिवपुरी के कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी की ओर से खाद वितरण पर लगातार निगरानी रखी जा रही है ताकि किसानों को किसी तरह की दिक्कत न आए. किसानों को विपणन संघ के डबल लॉक खाद गोदामों पर सहकारी समिति के माध्यम से खाद उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है.
सहकारी व्यवस्था के अंतर्गत शिवपुरी जिले की 86 सेवा सहकारी समितियों पर 13 जून 2025 की स्थिति में कुल 2175 मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया गया है. इस संडारण में 1375 मीट्रिक टन डीएपी, 625 मीट्रिक टन टीएसपी और 175 मीट्रिक टन एनपीके शामिल है. किसानों को समय पर खाद मिले और खरीफ की बुआई न पिछड़े, इसे देखते हुए सरकार ने पहले से ही इंतजाम पुख्ता कर लिया है. अक्सर देखा जाता है कि बुआई से पूर्व किसानों को खाद की किल्लत होती है. मगर इस बार ऐसा नहीं होगा और शिवपुरी में खाद का विशेष वितरण शुरू भी कर दिया गया है.