छोटे बच्चों की बात करें तो उन्हें बिस्कुट खाना बहुत पसंद होता है. जिसके कारण वह अन्य खाना को छोड़कर केवल बिस्कुट खाना पसंद करते हैं. कभी-कभी वह बिस्कुट के लिए जिद करने लगता है. लेकिन आपको बता दें कि ज्यादा बिस्कुट खाना भी आपकी सेहत के लिए हानिकारक होता है, खासकर बच्चों की सेहत के लिए. क्योंकि बाजार में बिकने वाले ज्यादातर बिस्कुट आटे से बने होते हैं. लेकिन, अगर आप अपने बच्चे की सेहत को लेकर चिंतित हैं तो आप अपने बच्चों को अंडा रहित रागी बिस्कुट दे सकते हैं. रागी में कई पोषक तत्व होते हैं. इसे खाने से आपके बच्चे की सेहत भी अच्छी रहेगी और उन्हें स्वाद के साथ-साथ सेहत भी मिलेगी.
आप अपने बच्चों को दोपहर के भोजन में अंडा रहित रागी बिस्कुट भी दे सकते हैं. ये इतने स्वादिष्ट बिस्कुट हैं कि एक बार खाने के बाद आपका बच्चा हर दिन रागी से बना बिस्कुट ही मांगेगा. अगर आपने पहले कभी इस बिस्किट का स्वाद चखा है तो आप समझ पाएंगे कि रागी बिस्किट की इतनी तारीफ क्यों की जाती है. लेकिन, अगर आप घर पर रागी बिस्कुट बनाना नहीं जानते हैं तो चिंता न करें आज इस लेख में हम जानेंगे की कैसे बनाई जाती है रागी की बिस्किट. लेकिन उससे पहले आइए जानते हैं क्या है रागी के फायदे और पोषक तत्व.
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रागी, जिसे फिंगर मिलेट भी कहा जाता है. यह एक बहुत ही पौष्टिक भोजन है जिसे आपके आहार में अवश्य शामिल करना चाहिए. रागी में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. रागी खाने से हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है. रागी वजन को भी नियंत्रित रखता है. रागी खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं और कई बीमारियों से बचाव होता है. रागी न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि इसमें कई पोषक तत्व भी होते हैं जो हमारे शरीर को कई फायदे पहुंचाते हैं.
रागी आयरन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, जिंक, विटामिन बी1, बी3, बी5 और बी6 से भरपूर है. पोषक तत्वों से भरपूर रागी पाचन में भी काफी मददगार है. इस मोटे अनाज का सेवन हर उम्र के लोग किसी भी रूप में कर सकते हैं. रागी में अन्य अनाजों की तुलना में 5 से 30 गुना अधिक कैल्शियम होता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन के मुताबिक, 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है, जो पूरे दिन की कैल्शियम की जरूरत को पूरा करने के लिए अच्छा है.