बागवानी फसलों के प्लांटेशन का समय दिसंबर से शुरू होते ही बागानों में गतिविधियां बढ़ गई हैं. ऐसे में किसानों को फलों के पौधों को सस्ते में उपलब्ध कराने के लिए उद्यान विभाग की ओर से जिला स्तर पर कलमी और उन्नत किस्म के पौधों की बेहद सस्ती दर पर बिक्री की जा रही है. किसानों को कलमी आम, अमरूद, आंवला समेत 10 बागवानी फसलों के पौधे दिए जा रहे हैं. किसान खेतों की मेढ़, खाली पड़े हिस्सों में इन्हें लगाकर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं.
फलों की पौध का प्लांटेशन पहाड़ी इलाकों दिसंबर में शुरू हो जाता है. जबकि, मैदानी इलाकों में इसकी शुरूआत फरवरी महीने से होती है. फलों के पौधों की रोपाई से किसान अगले 1-2 साल में उपज हासिल कर सकते हैं. इन पौधों को खेत की मेढ़ आदि जगहों पर लगाकर इंटीग्रेटेड फार्मिंग की जा सकती है. इससे किसानों की कमाई दोगुनी हो जाती है. जबकि, पारंपरिक तरीके से बागानों में भी इन पौधों की रोपाई की जा सकती है.
उत्तर प्रदेश सरकार के उद्यान विभाग की ओर से जिला कृषि कार्यालयों, पौध बिक्री केंद्रों पर उन्नत किस्म के पौधों की बिक्री की जा रही है. इसी कड़ी में जनपद संतकबीर नगर के खलीलाबाद में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने राजकीय उद्यान विभाग की ओर से पौध बिक्री केंद्र पर किसानों के लिए उचित दाम पर पौधों की बिक्री की जा रही.
उद्यान विभाग राज्य में प्लांटेशन गतिविधियों को बढ़ाने के इरादे से नए पौध केंद्र भी खोल रहा है. इन केंद्रों पर राजकीय दरों पर कलमी और उन्नत किस्म के फलों के पौधों की बिक्री की जा रही है.