Maize Farming: पंजाब में मक्का उत्पादन बढ़ाएंगे किसान, मल्टीनेशनल कंपनी ने उठाया बड़ा कदम

Maize Farming: पंजाब में मक्का उत्पादन बढ़ाएंगे किसान, मल्टीनेशनल कंपनी ने उठाया बड़ा कदम

मक्का भारत में अनाज के मामले में तीसरी सबसे बड़ी फसल है. राष्ट्रीय जीडीपी में इसका लगभग 400 अरब रुपये का योगदान है. पंजाब में विकसित हो रहे थ्री-क्रॉप रोटेशन सिस्टम में इसकी अहम भूमिका है. किसान तेजी से आर्थिक लाभ के लिए स्प्रिंग कॉर्न को अपना रहे हैं.

Bayer ने पंजाब के 42 हजार किसानों को मक्का की मॉडर्न खेती मेथड और तकनीक बताई. Bayer ने पंजाब के 42 हजार किसानों को मक्का की मॉडर्न खेती मेथड और तकनीक बताई.
रिजवान नूर खान
  • Noida,
  • Feb 24, 2025,
  • Updated Feb 24, 2025, 2:49 PM IST

जलवायु बदलाव देखते हुए फसल नुकसान बचाने के साथ ही उपज और आय में बढ़ोत्तरी के लिए खेती में आधुनिक तरीके अपनाना जरूरी हो गया है. इसके लिए किसानों को खेती के लिए आधुनिक तकनीक और टिकाऊ विधियों के बारे में जानकारी दी जा रही है. इसी कड़ी में एग्रोकेमिकल कंपनी बेयर (Bayer) ने 42 हजार किसानों को मक्का की आधुनिक खेती और उसके फायदों के बारे में ट्रेनिंग दी है. इसके लिए पंजाब के 260 गावों में स्प्रिंग कॉर्न फेस्टिवल के दौरान ट्रेनिंग कार्यक्रम और बैठकों का आयोजन किया गया.

पंजाब में बायर का स्प्रिंग कॉर्न फेस्टिवल 

मक्का भारत में अनाज के मामले में तीसरी सबसे बड़ी फसल है. राष्ट्रीय जीडीपी में इसका लगभग 400 अरब रुपये का योगदान है. पंजाब में विकसित हो रहे थ्री-क्रॉप रोटेशन सिस्टम में इसकी अहम भूमिका है. किसान तेजी से आर्थिक लाभ के लिए स्प्रिंग कॉर्न को अपना रहे हैं और इसे देखते हुए बायर कंपनी उपज बढ़ाने, पर्यावरण अनुकूलता और बाजार लिंकेज में सुधार को बढ़ावा देने में मदद कर रही है. इसी कड़ी में फसलों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की दिशा में काम करने वाली अग्रणी वैश्विक कंपनी बायर (Bayer) ने हाल ही में पंजाब में अपने स्प्रिंग कॉर्न फेस्टिवल का समापन किया है. 

मक्का की एडवांस खेती और मेथड प्रैक्टिस 

पंजाब में 7 जनवरी से 4 फरवरी तक चले इस फेस्टिवल का उद्देश्य किसानों को कॉर्न (मक्का) की उपज बढ़ाने के लिए एडवांस्ड नॉलेज एवं एग्रोनॉमिक प्रैक्टिस की जानकारी देकर मजबूत बनाना था. राज्य में कृषि के मामले में अग्रणी जिलों में कार्यशालाओं के जरिए बायर ने भारत के आत्मनिर्भरता के टारगेट की दिशा में मक्का के महत्व और उपज एवं आय बढ़ाने के लिए किसानों को उपकरण भी उपलब्ध कराए. फेस्टिवल के जरिए फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, पटियाला, मलेरकोटला, संगरूर, बठिंडा, जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और मोगा समेत कई जिलों में ट्रेनिंग और बैठकें की गईं.

260 गावों के 42 हजार किसानों को दी ट्रेनिंग 

बायर के अनुसार पंजाब के 260 से ज्यादा गावों के 42000 से अधिक किसानों को टिकाऊ खेती, फसल प्रबंधन और टेक्नोलॉजी से चलने वाले सॉल्यूशन उपलब्ध कराए. किसानों को पर्यावरण के अनुकूल कृषि मेथड अपनाने, सटीक खेती और सॉयल हेल्थ मैनेजमेंट की ट्रेनिंग भी दी गई. इस दौरान कंपनी के मक्का बीज ब्रांड डीकाल्ब के स्प्रिंग हाइब्रिड्स बीजों का प्रदर्शन किया गया. इन बीजों में क्लाइमेंट रिजीलेंट एडाप्टिबिलिटी, स्टैंडएबिलिटी और 85 फीसदी तक हाई स्टार्च कंटेंट होता है. यह मक्का बीज एथेनॉल उत्पादन के लिए सटीक माने जाते हैं. 

किसानों की उपज-आय बढ़ाने में मदद कर रहे- मोहन बाबू 

बायर के भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका के क्रॉप साइंस डिवीजन क्लस्टर कॉमर्शियल लीड मोहन बाबू ने कहा कि बायर में हम इनोवेशन और पर्यावरण के अनुकूल मेथड के जरिए मक्का किसानों की उत्पादकता और लाभ को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं. स्प्रिंग कॉर्न फेस्टिवल ने किसानों को सही जानकारियां एवं टूल्स उपलब्ध कराते हुए उपज में सुधार करने, बाजार के अवसरों को मजबूत करने और भारत में खाद्य सुरक्षा, चारा और स्वच्छ ईंधन की उपलब्धता में योगदान के लिए सशक्त बनाया है. कंपनी कृषि के अनुकूल विकास को बढ़ावा देने और खेती में लाभ बढ़ाने के लिए किसानों को जरूरी कौशल और जानकारियों से लैस कर रही है.

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