केले के पौधे में लग सकता है काला सिगाटोका रोग, जानिए लक्षण और बचाव के उपाय

केले के पौधे में लग सकता है काला सिगाटोका रोग, जानिए लक्षण और बचाव के उपाय

केले का पौधा आसानी से लगाया जा सकता है. इसे उगाने के लिए अधिक देखभाल की भी जरूरत नहीं होती है. लेकिन कई बार केले के पौधे में काला सिगाटोका रोग लग जाता है. इस खबर में इस रोग से जुड़ी तमाम बारीकियां बताई गई हैं.

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नयन त‍िवारी
  • Noida,
  • Aug 26, 2025,
  • Updated Aug 26, 2025, 1:26 PM IST

पिछले कुछ सालों से हमारे देश के लोगों में होम गार्डनिंग की ओर झुकाव बढ़ा है. होम गार्डनिंग में दिलचस्पी रखने वाले लोग घर में ही फल और सब्जियों के पौधे लगा लेते हैं. आमतौर पर भारतीय घरों में ऐसे पौघे लगाए जाते हैं जो आसानी से लग सकें और उनको कई तरह से उपयोग में लाया जा सके. ऐसा ही केला का पौधा होता है जो लगभग हर घर में आसानी से देखने को मिल जाता है. घर में केले के पौधे लगाने के कई फायदे हैं. फल खाने के अलावा इसके वास्तु महत्व भी बताए जाते हैं. हालांकि केले का पौधा आसानी से लग तो जाता है लेकिन इसकी देखभाल करना बड़ी चुनौती का काम है. 

काला सिगाटोका रोग का खतरा

केले का पौधा किसी भी तरह के वातावरण में आसानी से लगाया जा सकता है. इसको विशेष देखभाल की भी जरूरत नहीं होती है. लेकिन इसके साथ ही इसमें कई तरह के रोग का भी खतरा बना रहता है. काला सिगाटोका रोग एक फंगल बीमारी बताई जाती है. आपको बता दें कि पौधों में ये रोग माइकोस्फेरेला फिजीएन्सिस नामक फंगस के कारण होता है. ये इतना खतरनाक रोग होता है कि ये आपके बगान या पौधे को 100 फीसदी तक नष्ट कर सकता है. 

काला सिगाटोका रोग के लक्षण

कई बार किसान शिकायत करते हैं कि उनके बगान या पौधे में काला सिगाटोका रोग लग गया है, लेकिन उन्हें इसके बारे में जानकारी ही नहीं हो पाती. किसी तरह की बीमारी के रोकथाम के लिए उसकी नब्ज पकड़ पाना जरूरी है.

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आपको बता देते हैं कि आप कैसे पता कर सकते हैं कि केले के पौधे में काला सिगाटोका रोग लग गया है? लक्षण जान लेते हैं.

  • काला सिगाटोका रोग बारिश के दिनों में अधिक पानी के कारण होते हैं
  • इस रोग का पता आप पत्तों से कर सकते हैं, पत्तों के निचले भाग में काले धब्बे लग जाते हैं
  • आप देख पाएंगे कि पौधे में लगे फल मैच्योर होने से पहले ही पीले पड़ने लगे हैं. 
  • काला सिगाटोका रोग होने के चलते कई बार पौधों से पत्ते झड़ने लगते हैं

काला सिगाटोका रोग से बचाव के उपाय

आपको बता देते हैं कि काला सिगाटोका रोग फंगल बीमारी है. इससे बचाव के लिए अधिक नमी को कम करना होगा. आप खेत या पौधे के आसापास किसी तरह का पानी ना जमा होने दें. अगर पौधों के आसपास किसी तरह की गंदगी है तो फौरन हटा दें ताकि फफूंद ना पनपने पाए. अगर पौधे को पानी की जरूरत नहीं है तो अनावश्यक सिंचाई करने से बचना चाहिए. रोग होने पर fungicides का छिड़काव करना चाहिए. 
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