सूखी मछली की डिमांड देश ही नहीं विदेशों में भी है. अभी होता ये है कि सूखी मछली की खपत घरेलू बाजार में ही हो जाती है. थोड़ी बहुत ही एक्सपोर्ट होती है, जबकि इंटरनेशनल मार्केट में इसकी बहुत डिमांड है. लेकिन मछली सुखाने के पुराने तौर-तरीकों के चलते विदेशी बाजार में क्वालिटी के मानकों पर देश की सूखी मछली खरी नहीं उतरती है. लेकिन सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (CIPHET), लुधियाना ने एक ड्रायर बनाया है. इस ड्रायर की मदद से मछलियां खुली धूप में ही सूखेंगी, लेकिन उस पर धूल-मक्खी नहीं लगेगी. इस वीडियो में देखिए कैसे ये तकनीक काम करती है.