फसल की सुरक्षा के लिए इस किसान ने बना दी Pipegun, 50 रुपये में हो रही खेत की सेफ्टी, पढ़ें ये रिपोर्ट

फसल की सुरक्षा के लिए इस किसान ने बना दी Pipegun, 50 रुपये में हो रही खेत की सेफ्टी, पढ़ें ये रिपोर्ट

नेल्सन आधे इंच के लोहे के पाइप के एक छोर पर एक छोटा पटाखा रखता है और उसे जलाता है. जिसके बाद पटाखा पाइप के दूसरी तरफ से तेज आवाज करते हुए बाहर निकलता है. जिससे पशु-पक्षी डर जाते हैं और फिर खेतों से भाग जाते हैं. जब नेल्सन अपने खेतों में टहलते हैं तो वह छोटा मुड़ा हुआ पाइप हमेशा अपने साथ रखते हैं. उन्हें इस साल अच्छी पैदावार की उम्मीद है, हालांकि बारिश कम हुई. उनके आविष्कार ने न केवल उनकी फसल बचाई है.

देसी जुगाड़ की मदद से कर रहे फसलों की रक्षादेसी जुगाड़ की मदद से कर रहे फसलों की रक्षा
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Sep 19, 2023,
  • Updated Sep 19, 2023, 11:48 AM IST

खेतों में लगी फसलों की सुरक्षा सिर्फ किसानों की जिम्मेदारी नहीं है. बल्कि यह किसी भी किसान के लिए चिंता का विषय बन जाता है. खेतों में खड़ी फसल पर कई तरह के खतरे मंडरा रहे हैं. ऐसे में किसान अपनी फसलों को इन खतरों से बचाने के लिए कई प्रयास करते रहते हैं. आपको बता दें कि फसलों को सिर्फ कीड़ों और मौसम से ही खतरा नहीं है. दरअसल, जंगली जानवर और पक्षी भी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में एक किसान ने अपनी फसल को इस समस्या से बचाने के लिए अनोखा तरीका खोजा है. आइए जानते हैं क्या है वह तरीका.

देशी जुगाड़ से बचाई जा रही फसलें

तालुक में एक किसान अपनी फसलों को पक्षियों से बचाने के लिए पाइप का इस्तेमाल करता नजर आ रहा है. आपको बता दें कि इस साल पानी की कमी के कारण धान की फसल को पहले ही काफी नुकसान हो चुका है. अब जब फसलें अच्छी ऊंचाई तक बढ़ गईं तो पक्षी आकर उन्हें खाने लगे हैं. तालुक में एक किसान पक्षियों को डराने के लिए मुड़े हुए पाइप और पटाखों का उपयोग करने का एक नया विचार लेकर आया है. तालुक के पचिनाडका निवासी नेल्सन डिसूजा वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने यह अनोखा तरकीब खोज निकाला है. 

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क्या है यह नई तरकीब? 

नेल्सन आधे इंच के लोहे के पाइप के एक छोर पर एक छोटा पटाखा रखता है और उसे जलाता है. जिसके बाद पटाखा पाइप के दूसरी तरफ से तेज आवाज करते हुए बाहर निकलता है. जिससे पशु-पक्षी डर जाते हैं और फिर खेतों से भाग जाते हैं. नेल्सन और उनके परिवार के लिए कटाई के चरण में पहुंच चुकी फसलों को बंदरों और पक्षियों से बचाना एक चुनौती थी. अब इस आसान तकनीक से परिवार को बड़ी राहत मिली है. लोहे के पाइप की कीमत 50 रुपये और दूसरे सिरे पर रखे जाने वाले पटाखा की कीमत मात्र एक रुपये है. ऐसे में इतनी कम लागत में फसलों को जानवरों से बचना नेल्सन परिवार के लिए एक बहुत बड़ी सफलता है.

तकनीक की मदद से अच्छी पैदावार की उम्मीद

जब नेल्सन अपने खेतों में टहलते हैं तो वह छोटा मुड़ा हुआ पाइप हमेशा अपने साथ रखते हैं. उन्हें इस साल अच्छी पैदावार की उम्मीद है, हालांकि बारिश कम हुई. उनके आविष्कार ने न केवल उनकी फसल बचाई है, बल्कि तालुक के किसानों को तकनीक का उपयोग करने और अपनी फसलों की रक्षा करने के लिए प्रोत्साहित भी किया है.

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