महिंद्रा ट्रैक्टर के 60 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर पूरी कंपनी जश्न मना रही है. ऐसे साल 1963 में महिंद्रा ट्रैक्टर को लॉन्च किया गया था. तब से लेकर अब तक कंपनी ने 40 लाख ट्रैक्टर की सेलिंग की है. खास बात यह है कि महिंद्रा ट्रैक्टर की सबसे ज्यादा इस्तेमाल किसान करते हैं. वे खेत की जुताई से लेकर अनाजों की ढुलाई तक में महिंद्रा ट्रैक्टर का उपयोग करते हैं. इससे यह ट्रैक्टर पिछले 60 साल से किसानों के लिए जीनव का आधार बन गया है.
महिंद्रा ट्रैक्टर्स - भारत का नंबर 1 ट्रैक्टर ब्रांड है. साथ ही यह महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड में कृषि उपकरण क्षेत्र का अहम हिस्सा है. अपने 60 साल के सफल सफर के अवसर पर महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने एक आदमकद ट्रैक्टर-थीम वाली मूर्ति प्रदर्शित की है. यह मूर्ति किसानों की कर्मठता और दृढ़ता की भावना को दर्शाती है, जो महिंद्रा के प्रसिद्ध ‘युवो टेक प्लस’ ट्रैक्टर के डिजाइन से प्रेरित है. खास बात यह है कि इस मूर्ति को देश भर के 4000 से अधिक खेतों से एकत्रित मिट्टी के मिश्रण से तैयार किया गया है. यह भारतीय खेती की विविधता, महिंद्रा और भारतीय किसानों के बीच मौजूद मजबूत बंधन को भी दर्शाती है.
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नागपुर विनिर्माण सुविधा में आयोजित एक समारोह में आज महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म डिवीजन के सीईओ विक्रम वाघ की उपस्थिति में मूर्ति का अनावरण किया गया. इस मौके पर वाघ ने कहा कि हम 60 वर्षों में 40 लाख ग्राहकों की सेवा करने में सफल हुए हैं. ऐसे में हम किसानों के भरोसे को स्वीकार करना चाहते हैं, जिसने हमें यह उपलब्धि हासिल करने में सक्षम बनाया है. इसने हमें 'देश का ट्रैक्टर' बनाने के लिए प्रेरित किया है. उन्होंने कहा कि मैं उन सभी का दिल से आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमें इस मील के पत्थर तक पहुंचने में मदद की.
विक्रम वाघ ने कहा कि अपने 60 वर्षों के सफल सफर में महिंद्रा ने 390 से अधिक ट्रैक्टर मॉडल मार्केट में उतारा है. इस अवधि के दौरान, महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने पूरे भारत में 1200 से अधिक डीलर भागीदारों का एक मजबूत नेटवर्क भी स्थापित किया है, जिसमें ग्राहकों को काफी सहुलियत हुई. इसने ब्रांड को 40 लाख महिंद्रा ट्रैक्टर ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद की.
महिंद्रा दशकों से भारत का नंबर 1 ट्रैक्टर ब्रांड रहा है. 1963 में इंटरनेशनल हार्वेस्टर इंक, यूएसए के साथ संयुक्त उद्यम के माध्यम से अपना पहला ट्रैक्टर लॉन्च करने के बाद, महिंद्रा एंड महिंद्रा मार्च 2019 में 3 मिलियन ट्रैक्टर बेचने वाला पहला भारतीय ट्रैक्टर ब्रांड बन गया, जिसमें वैश्विक ग्राहकों को बिक्री शामिल है. अपनी असाधारण निर्माण गुणवत्ता और ऊबड़-खाबड़ और कठिन इलाकों में प्रदर्शन के लिए जाने जाने वाले महिंद्रा के ट्रैक्टरों ने कंपनी को डेमिंग अवार्ड और जापानी गुणवत्ता पदक दोनों दिलाए हैं. कंपनी यह उपलब्धि हासिल करने वाली एकमात्र ट्रैक्टर निर्माता है और आज उसके पास घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों के लिए बहु-कार्यात्मक उपयोग के लिए विकसित ट्रैक्टरों की सबसे विविध रेंज है.
महिंद्रा की छह महाद्वीपों के 50 से अधिक देशों में उपस्थिति है, जिसमें भारत के बाहर कंपनी के लिए अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है. आज महिंद्रा की दुनिया भर में वैश्विक विनिर्माण और असेंबली उपस्थिति है. साथ ही उत्तरी अमेरिका, ब्राजील, मैक्सिको, फिनलैंड, तुर्की और जापान में सहायक कंपनियों के माध्यम से इसकी ऑन-ग्राउंड उपस्थिति है.
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1945 में स्थापित, महिंद्रा समूह 100 से अधिक देशों में 260,000 कर्मचारियों के साथ कंपनियों के सबसे बड़े और सबसे प्रशंसित बहुराष्ट्रीय संघों में से एक है. यह भारत में कृषि उपकरण, उपयोगिता वाहन, सूचना प्रौद्योगिकी और वित्तीय सेवाओं में अग्रणी स्थान रखता है और मात्रा के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी है. अक्षय ऊर्जा, कृषि, रसद, आतिथ्य और रियल एस्टेट में इसकी मजबूत उपस्थिति है. महिंद्रा समूह का स्पष्ट ध्यान वैश्विक स्तर पर ईएसजी का नेतृत्व करने, ग्रामीण समृद्धि को सक्षम करने और शहरी जीवन को बेहतर बनाने पर है, जिसका लक्ष्य समुदायों और हितधारकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है ताकि वे आगे बढ़ सकें.