केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने खरीफ फसलों की बुआई का आंकड़ा जारी कर दिया है. इस आंकड़े में 27 जून तक खरीफ फसलों की बुआई की रिपोर्ट दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, धान, दलहन, तिलहन और श्रीअन्न यानी मोटे अनाजों की बुआई में तेजी है जबकि जूट, मेस्टा और कपास के रकबे में गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि दलहन में अरहर की खेती से किसान और सरकार दोनों में चिंता है क्योंकि इसकी बुआई में कुछ गिरावट देखी गई है. दूसरी ओर, मूंग की खेती ने अच्छी तेजी दिखाई है.
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 27 जून तक धान के रबके में पिछले साल के मुकाबले 11.24 लाख हेक्टेयर की तेजी है. इस साल जून अंत तक 35 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में धान की खेती हो चुकी है जबकि पिछले साल इसी अवधि में 23 लाख हेक्टेयर का आंकड़ा था. दलहन की बात करें तो जून अंत तक इसके रकबे में लगभग 6 लाख हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई है. लेकिन अरहर की बुआई में पिछले साल के मुकाबले गिरावट है. पिछले साल तक इसी अवधि में 8.67 लाख हेक्टेयर में अरहर की खेती हुई थी जबकि अभी इसका आंकड़ा 8.35 लाख हेक्टेयर है.
उड़द में 0.93 लाख हेक्टेयर, मूंग में 4.28 लाख हेक्टेयर, कुल्थी में 0.02 लाख हेक्टेयर और मॉथबीन में 0.55 लाख हेक्टेयर की तेजी है. श्रीअन्न यानी मिलेट्स की बात करें इसमें 6.74 लाख हेक्टेयर की तेजी है जिसमें ज्वार में 1.16 लाख हेक्टेयर, बाजरा में 4.36 लाख हेक्टेयर की तेजी है. हालांकि रागी और छोटे मिलेट्स के रकबे में मामूली गिरावट देखी गई है. मक्के की खेती में 2.34 लाख हेक्टेयर की वृद्धि है.
तिलहन के रकबे में 8.17 लाख हेक्टेयर की तेजी दर्ज की गई है. इसमें सबसे अधिक वृद्धि मूंगफली की खेती में है जिसका रकबा पिछले साल के मुकाबले 7.65 लाख हेक्टयर बढ़ गया है. सोयाबीन में 0.26 लाख हेक्टेयर, सूरजमुखी में 0.02 लाख हेक्टेयर और तिल में भी मामूली बढ़त है. हालांकि नाइजर में किसी तरह की वृद्धि नहीं है. अरंडी की बुआई में पिछले साल से गिरावट है. इसके अलावा गन्ने की खेती में मामूली वृद्धि 0.29 लाख हेक्टेयर देखी गई है.
जूट, मेस्टा और कपास में गिरावट है. जूट और मेस्टा की खेती में जहां 0.15 लाख हेक्टेयर की गिरावट है, वहीं कपास में 5.31 लाख हेक्टेयर की गिरावट है. अभी तक 262 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में खरीफ फसलों की बुआई हो चुकी है जो कि पिछले साल की इसी अवधि से लगभग 27 फीसद अधिक है.
पिछले हफ्ते जारी रबके की रिपोर्ट में भी यही बात थी. धान, दलहन और तिलहन की बुआई में तेजी दर्ज की गई थी. उसी तरह श्रीअन्न, मक्का, गन्ना आदि की खेती में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. खरीफ में सबसे अधिक तेजी धान की बुआई में है.