अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचा मेघालय का अनानास, एफपीओ के जर‍िए बढ़ रही क‍िसानों की आय

अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचा मेघालय का अनानास, एफपीओ के जर‍िए बढ़ रही क‍िसानों की आय

मेघालय के कृष‍ि आयुक्त और सच‍िव ने कहा क‍ि क‍िसानों को पहले फल के वजन की परवाह किए बिना प्रति अनानास केवल 10 रुपये मिलते थे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के साथ जुड़ाव की वजह से अब उन्हें 16 रुपये प्रति किलोग्राम का भाव म‍िल रहा है, जो 21 रुपये प्रति फल के बराबर है. 

मेघालय के री भोई ज‍िले में अनानास की खेती (Photo-Om Prakash/Kisan Tak).मेघालय के री भोई ज‍िले में अनानास की खेती (Photo-Om Prakash/Kisan Tak).
सर‍िता शर्मा
  • Meghalaya,
  • Aug 15, 2023,
  • Updated Aug 15, 2023, 3:05 PM IST

मेघालय के अनानास ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी जगह बना ली है. साथ ही इसके उत्पादकों को भरपूर फसल मिल रही है. स्थानीय लोगों द्वारा पारंपरिक तरीके से री भोई और पूर्वी गारो हिल्स जिलों में उगाई जाने वाली यह फसल ज्यादातर प्राकृतिक रूप से जैविक है. यह न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी अपनी अनूठी गुणवत्ता और स्वाद के लिए पहचानी जा रही है. मेघालय कृषि और किसान कल्याण विभाग के आयुक्त और सचिव विजय कुमार डी ने यह बात कही है. उन्होंने कहा, ''यह राज्य के लिए बहुत गर्व की बात है कि मेघालय के अनानास यानी पाइनेपल अबू धाबी के अल-वहदा मॉल में आजादी का अमृत महोत्सव का जश्न मनाने वाले विस्तृत प्रदर्शन का केंद्रबिंदु हैं.''

विजय कुमार डी ने कहा कि इन अनानास की मार्केट‍िंग लुलु ग्रुप के माध्यम से खाड़ी देशों के बाजारों में की जा रही है. मध्य पूर्व और घरेलू प्रोसेसर्स के साथ हालिया बाजार जुड़ाव अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय बाजारों में हमारे राज्य के अनानास की अपार क्षमता का प्रमाण है. मूल्य प्राप्ति में वृद्धि और बढ़ते बाजार कनेक्शन ने न केवल किसानों की आजीविका को बढ़ाया है, बल्कि उनकी असाधारण मिठास और कम खटास के साथ मेघालय के अनानास की बेहतर गुणवत्ता को भी प्रदर्शित किया है. मेघालय सरकार ने अतीत में किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों को पहचाना है और समुदाय-केंद्रित समाधानों के साथ उन्हें सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है. 

एफपीओ के जर‍िए क‍िसानों को म‍िल रहा अच्छा दाम 

कृष‍ि सचिव ने कहा, किसान सहकारी समितियों और उत्पादक संगठनों (FPO) का गठन बिचौलियों और व्यापारियों पर निर्भरता कम करने में सहायक साबित हुआ है, जिससे हमारे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्राप्त करने में मदद मिली है. दिल्ली में होने वाला आगामी अनानास महोत्सव उत्पाद को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय बाजार में उनकी उपस्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है. 

पूर्वी गारो हिल्स के सोंगसाक ब्लॉक में नापाक अपाल इंटीग्रेटेड विलेज कोऑपरेटिव सोसाइटीज (IVCS) के अध्यक्ष सेलविंद्रो संगमा ने कहा क‍ि किसान सहकारी समितियों और उत्पादक संगठनों के गठन से हमारी उपज का उचित मूल्य प्राप्त हुआ है. अब हमें उन बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है जो अतीत में हमारा शोषण करते थे. घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के साथ हालिया जुड़ाव एक गेम-चेंजर बात रही है. 

रोंगजेंग ब्लॉक स्थ‍ित सिलचांग दिरिम्ब्री पलवांग एडिंग के अध्यक्ष मनमन एस मोमिन ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका अनानास अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच जाएगा. साथ ही किसानों की कड़ी मेहनत को विश्व स्तर पर मान्यता और सराहना मिलना बेहद संतुष्टिदायक है. 

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इस तरह बढ़ रही क‍िसानों की आय 

बहरहाल, सचिव विजय कुमार डी ने कहा, पूर्वी गारो हिल्स जिले में चार गांवों के 250 से अधिक किसान परिवारों के साथ आईवीसीएस पूरे अनानास के मौसम में लगभग 100 टन का उत्पादन करता है. यह इस बात का उदाहरण है कि कैसे सफल सामूहिकता के परिणामस्वरूप किसानों की आय दोगुनी हो सकती है. क‍िसानों को पहले फल के वजन की परवाह किए बिना प्रति अनानास केवल 10 रुपये मिलते थे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के साथ सामूहिकता और बाजार जुड़ाव के साथ उन्हें 16 रुपये प्रति किलोग्राम का भाव म‍िला. जो 21 रुपये प्रति फल के बराबर है.  निर्यात किए गए फल का औसत आकार 1.3 किलोग्राम है. ऐसे में पहले के मुकाबले क‍िसानों की डबल आय हुई. 

प्रोसेस‍िंग क्षमता बढ़ाने के प्रयास 

कुमार ने कहा कि फलों की शेल्फ-लाइफ बढ़ाने और व्यापक बाजारों तक पहुंचने के लिए स्थानीय किसान समूहों के माध्यम से राज्य में प्रसंस्करण क्षमता और बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं. विभाग ने अनानास को तुरंत फ्रीज करने के लिए एक मोबाइल प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने के ल‍िए री भोई जिला स्थित IVCS और कर्नाटक स्थित IQF प्राइवेट फूड लिमिटेड के बीच सहयोग की सुविधा प्रदान की है. उन्होंने कहा, इकाई ने 52 मीट्रिक टन से अधिक अनानास प्रोसेस किया है.

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खुदरा मार्केट‍िंग के प्रयास

विभाग ने हाल ही में रिलायंस के साथ नजदीकी आपूर्ति श्रृंखला व्यवस्था की भी सुविधा प्रदान की है, जिसके तहत अनानास को पूरे असम में कंपनी के खुदरा स्टोरों में नियमित रूप से आपूर्ति की जा रही है. यह री भोई जिले के टोमोनपो आंगलोंग ऑर्गेनिक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, उमवांग पाइलुन आईवीसीएस लिमिटेड और जिरांग ऑर्गेनिक एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा किया गया है. 

कुमार ने कहा, विभाग द्वारा किसान समूहों को नियमित शिपमेंट के लिए अनानास को इकट्ठा करने, ग्रेड करने, शॉर्ट करने और पैकेज करने के लिए ट्रेंड किया जा रहा है. अब तक इन किसान समूहों से 5.2 मीट्रिक टन से अधिक अनानास तीन सप्ताह में पूरे असम में रिलायंस स्टोर्स को आपूर्ति की गई है.

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