आप अगर जैविक खेती (organic farming) करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए है. अपनी उपज को बेचने के लिए आपको किसी बाजार-हाट में जाने और भीड़भाड़ का सामना करने की जरूरत नहीं, क्योंकि आपके लिए सरकार ने एक नई व्यवस्था शुरू की है. इस व्यवस्था का नाम है जैविक खेती पोर्टल. जैविक खेती और इसके लाभों को बढ़ावा देने के लिए जैविक पोर्टल एक बेहतर प्लेटफॉर्म है. इस पोर्टल के माध्यम से किसान अपनी जैविक उपज को सही दाम पर बेच सकते हैं. इस पोर्टल पर उपज बेचने के लिए आपको jaivikkheti.in पर विजिट करना होगा.
जैविक खेती पोर्टल को कृषि मंत्रालय के कृषि विभाग ने एमएसटीसी के सहयोग से शुरू किया है. इस पोर्टल के जरिये देश के किसी कोने में बैठा किसान अपनी जैविक उपज को कम समय में बेच सकता है. जैविक खेती प्लेटफॉर्म (Jaivik kheti platform) किसानों को एक ऐसा मंच देता है जहां वे अपनी उपज को आसानी से ऑनलाइन बेच सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपना उत्पाद किसी बाजार, मंडी या हाट में ले जाने की जरूरत नहीं. यह प्लेटफॉर्म ई-कॉमर्स साइट है जहां किसान खुद को सेलर के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराते हैं और फिर अनाज, दाल, फल और सब्जियों की बिक्री करते हैं.
आपको इस पोर्टल पर अपनी जैविक उपज बेचने के लिए सेलर के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसका फायदा ये होता है कि आपका माल सीधा खरीदार के घर पर पहुंचाया जाता है. जब आप सेलर के तौर पर रजिस्टर हो जाते हैं, तो आपके पास जैविक प्रोडक्ट का ऑर्डर आता है, फिर उस प्रोडक्ट की सप्लाई की जाती है. इसमें फार्मगेट सप्लाई के अलावा ऑनलाइन डिलीवरी भी होती है. ग्राहक को बेहद सस्ती दरों पर ऑर्गेनिक प्रोडक्ट मिलते हैं. इस पोर्टल पर माल बिक्री के दो तरीके होते हैं. जिस ग्राहक ने ऑर्डर दिया, वह आपके खेत से सीधा माल उठा सकता है या होम डिलीवरी करा सकता है. इसमें किसान को तुरंत पैसे मिल जाते हैं.
इस पोर्टल पर ऑर्गेनिक उत्पादों की बिक्री फिक्स्ड रेट पर होती है. विक्रेता की तरह खरीदार को भी इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होता है. रजिस्ट्रेशन कराने के बाद विक्रेता और खरीदार दोनों फायदे में रहते हैं. खरीदार को फिक्स्ड रेट पर अनाज, दाल, फल और सब्जियां मिल जाती हैं. जबकि विक्रेता भी आसानी से अच्छी कीमतों पर अपना उत्पाद बेच सकता है. बेचकर बाद में पैसे लेने का झंझट नहीं होता क्योंकि खरीदार पहले पेमेंट करता है, उसके बाद ही ऑर्डर प्लेस होता है. सेलर यानी कि बिक्रेता प्रोडक्ट का चयन करता है, उसका दाम देखता है, ऑर्डर प्लेस करता है, फिर पेमेंट करता है. यह पेमेंट विक्रेता किसान के खाते में ऑनलाइन जाती है.
उत्पाद का दाम जानने के लिए खरीदार को पोर्टल के E-Bazaar सेक्शन में जाना होगा. यहां अलग-अलग प्रोडक्ट के दाम दिख जाएंगे. जैसे गेहूं प्रति कुंटल 2600 रुपये जिसके साथ सेलर का नाम भी दिया रहेगा. साइट पर जाएं तो आपको हाकिम सिंह किसान का नाम दिखेगा जो अपने ऑर्गेनिक गेहूं को बेच रहे हैं. आप इसी जगह पर फार्मगेट डिलीवरी का ऑप्शन चुन सकते हैं जिसमें आपको पैसे चुकाने के बाद खेत में जाकर गेहूं लेना होगा. आप चाहें तो इसी पोर्टल पर सूरत सिंह किसान से 1600 रुपये में 50 किलो ऑर्गेनिक धान खरीद सकते हैं. इसकी डिलीवरी भी खेत में ही की जाएगी.
जैविक खेती पोर्टल (Jaivik kheti portal) पर एक कुंटल ऑर्गेनिक आलू की बिक्री 4600 रुपये में हो रही है और इसकी विक्रेता महिला किसान सरिता देवी हैं. खरीदार को इसकी फार्मगेट डिलीवरी की जाएगी. राजमा या फ्रेंच बीन 9000 रुपये में 50 किलो बेचा जा रहा है और इसकी खरीद किसान से सीधे तौर पर की जा सकती है. इसी तरह 0.32 कुंटल मक्के की कीमत 1200 रुपये है. रागी या मंडिका या फिंगर मिलेट की कीमत 25 किलो के लिए 2000 रुपये है. इस तरह इसका पैसा सीधा किसान के खाते में जाता है और सेलर को भी आसानी से प्रोडक्ट मिल जाता है.