हरियाणा में किसानों के बैंक खाते में फसलों की एमएसपी का पैसा भेजा जा रहा है. सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी गई उपजों का पैसा सीधे किसानों के खाते में जमा करा रही है. मंडियों में उपज बिकते ही किसानों को उनकी फसल का दाम मिल रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा में अभी तक किसानों के खाते में 5337 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं. इसमें बिचौलियों का रोल बिल्कुल खत्म हो गया है. इसी तरह पंजाब के किसानों के खातों में भी अभी तक 5683 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं. इस तरह दोनों राज्यों के किसानों को एमएसपी के लगभग 11000 करोड़ रुपये दिए चुके हैं.
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि हरियाणा में मौजूदा खरीद सीजन में 39,66,050 मिट्रिक टन धान की आवक मंडियों में हुई है. अलग-अलग मंडियों में आई धान की उपज का 36,69,146 मीट्रिक टन एमएसपी पर खरीदा जा चुका है. इस खरीद का पैसा किसानों के बैंक खातों में भेजा भी जा चुका है.
प्रवक्ता ने बताया कि कुरुक्षेत्र की मंडी में 8,79,811 मीट्रिक टन धान की आवक हुई. इसमें से 8,34,227 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है. इसी तरह करनाल में कुल 7,61,766 मीट्रिक टन धान की आवक हुई जिसमें 7,22,158 मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी है. कैथल में कुल 7,57,069 मीट्रिक टन धान की आवक हुई जिसमें 7,25,509 मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है. अंबाला में कुल 4,42,696 मीट्रिक टन में 3,96,139 मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी है. यमुनानगर में कुल आवक 4,26,700 मीट्रिक टन में 3,88,477 मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी है.
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उधर, पंजाब के खाद्य मंत्री लाल चंद कटारूचक ने बुधवार को कहा कि चालू धान खरीद सत्र में अब तक कुल 10 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि सभी जिलों में धान का उठाव सुचारू रूप से चल रहा है और बुधवार तक कुल 10 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है. उन्होंने कहा, "राज्य के सभी जिलों में उठाव प्रक्रिया ने तेजी पकड़ ली है और आज एक ही दिन में 2 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान का उठाव किया गया है." पेमेंट के संबंध में उन्होंने कहा कि 5,683 करोड़ रुपये की राशि पहले ही किसानों के खातों में सीधे ट्रांसफर की जा चुकी है.
पंजाब के खाद्य मंत्री का बयान किसानों द्वारा राज्य में धान की खरीद में 'धीमी' गति की शिकायत के बीच आया है. मंत्री ने कहा कि पंजाब में कुल 5,000 चावल मिलों में से 3,120 ने आवंटन के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 2,522 चावल मिलों को आवंटन किया जा चुका है, जबकि अन्य 100 मिलों का आवंटन जल्द पूरा हो जाएगा. मंत्री ने कहा कि इसके अलावा, 1,550 चावल मिलों ने खरीदे जा रहे धान को गोदामों में रखने और मिलिंग के लिए राज्य एजेंसियों के साथ पहले ही समझौते कर लिए हैं.
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