Greater Noida News: हरी सब्जियों का सेवन कितना फायदेमंद होता है, यह बात किसी से छुपी नहीं है. मगर ज्यादा चमकदार और ताजा दिखाने के लिए सब्जियों को सिंथेटिक रंगों से रंगकर बाजार में बेचा जा रहा है, जो कि सेहत के खिलाफ काफी नुकसानदेह है। इसके सेवन से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. इसी कड़ी में ताजा मामला दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में सामने आया है. यहां जिला खाद्य सुरक्षा विभाग ने नोएडा की फेज-2 सब्जी मंडी में रंग लगाकर सब्जी और फल बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है. विभाग की टीम ने निरीक्षण के दौरान पकड़ी गई 100 किलो रंग लगी हुई मटर को नष्ट किया. साथ ही, सब्जी और फलों के थोक विक्रेताओं से पत्ता गोभी, आम, पालक, शिमला मिर्च, गोभी के सैंपल लेकर जांच के लिए मेरठ लैब में भेज दिए है.
किसान तक से बातचीत में नोएडा की सहायक आयुक्त खाद्य- द्वितीय अर्चना धीरान ने बताया कि रंग लगी हरी सब्जियों और फलों के खिलाफ अभियान चलाया गया है. पहले चरण में नोएडा की फेज-2 मंडी में दो से तीन दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की गई. टीम ने करीब 100 किलो मटर नष्ट करते हुए विक्रेताओं को नोटिस जारी करके सख्त हिदायत दी है, साथ ही टीम ने पांच अलग-अलग जगह से गोभी, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च, आम के सैंपल लेकर जांच के लिए मेरठ प्रयोगशाला भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि इसके नमूने एक सप्ताह में आ जाएंगे. उसके बाद जुर्माना समेत कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अर्चना धीरान ने बताया कि रंग लगाकर बेची जा रही सब्जी और फल विक्रेताओं के खिलाफ हम लोगों का अभियान लगातार जारी रहेगा.
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के मुताबिक, हरी सब्जियां आपके शरीर को कई जानलेवा बीमारियों से बचाती हैं. साथ ही आपकी हड्डियों और आंत को भी स्वस्थ रखती हैं. इसलिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप मिलावटी सब्जियों का सेवन तो नहीं कर रहे हैं, जिससे आगे चलकर आपको स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
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कुछ व्यापारी सब्जियों को जल्दी पकने के लिए कीटनाशकों का इंजेक्शन लगाते हैं. वहीं सिंथेटिक रंग या मैलाकाइट का हरा और मोम का लेप मिलाते हैं. इससे सब्जियां अधिक चमकदार और हरी हो जाती हैं.
यदि सब्जियां ज्यादा चमकदार नजर आएं तो समझिए कुछ गड़बड़ है. दुकानदार सब्जियों में चमक लाने के लिए उसमें रंग व केमिकल मिलाते हैं. पानी में केमिकल मिलाया जाता है इर फिर सब्जियों को इसमें डुबाकर उन्हें ताजा रंग व चमक दी जाती है. रोजाना शरीर में पहुंचने वाले खाद्य पदार्थ सेहत पर सीधा प्रभाव डालते हैं.
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इनसे होने वाली बीमारी का पता भी काफी देर से चलता है. बच्चों के लिए तो मिलावटी खाद्य पदार्थ और भी नुकसानदायक हैं.
मिलावटी पदार्थों में असली, नकली का फर्क करना देखने में कठिन होता है. ऐसे में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने एक घरेलू और आसान उपाय बताया है, जिससे आप सब्जियों में मिलावट का पता कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले लिक्विड पैराफिन में भिगोया हुआ एक कॉटन का कपड़ा लें और इससे सब्जियों के ऊपरी हिस्से को रगड़ें. अगर सब्जी का हरा रंग कपड़े पर लग रहा है तो समझ लें कि सब्जी में मिलावट की गई है. वहीं अगर कपड़े का रंग नहीं बदला तो समझ लें कि सब्जी में मिलावट नहीं है.