प्याज की बढ़ती कीमत को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. वह अपने बफर स्टॉक से पूरे देश में ट्रेन के माध्यम से प्याज की सप्लाई करने की योजना बना रही है, ताकि दिवाली जैसे बड़े त्योहारों पर कीमतों को और बढ़ने से रोका जा सके. बड़ी बात यह है कि केंद्र ने अब प्रमुख शहरों में प्याज की तेजी से डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए दो रेक आवंटित कर दिए हैं. ऐसे एक सामान्य रेक एक पूरी मालगाड़ी होती है जिसमें 40 वैगन होते हैं, जिससे लगभग 1,700 टन प्याज की सप्लाई की जा सकती है. हालांकि, अभी एक साल पहले की तुलना में लगभग प्याज की कीमत करीब 60 फीसदी अधिक है.
द मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, एक बड़ा ट्रक लगभग 25 टन प्याज ले जा सकता है और अपने गंतव्य तक पहुंचने में मालगाड़ी से अधिक समय लेता है. इस तरह की पहली खेप 14 अक्टूबर को नासिक से गुवाहाटी के लिए रवाना की जाएगी. दूसरी खेप दिल्ली के लिए बनाई गई है. इसी तरह रांची के लिए तीसरी खेप भेजे जाने की बात कही जा रही है. अभी गुवाहाटी में प्याज का औसत खुदरा मूल्य लगभग 70 रुपये प्रति किलोग्राम है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अनुसार, पूरे भारत में प्याज की औसत कीमत 54.36 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो एक साल पहले 34 रुपये प्रति किलोग्राम थी.
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ऐसे भी त्योहारों के मौसम के कारण पूरे देश में प्याज की मांग बढ़ गई है और समय पर हस्तक्षेप से खुले खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 50 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे आ जाएगी. हालांकि, अभी तक रेलवे प्रत्येक शहर के लिए दो रेक उपलब्ध कराएगा और यदि जरूरत पड़ी तो इसे बढ़ाया भी जा सकता है.
13 सितंबर को 550 डॉलर प्रति टन के न्यूनतम निर्यात मूल्य को खत्म करने और प्याज शिपमेंट पर लगाए गए 40 फीसदी निर्यात शुल्क को आधा करने के सरकार के फैसले के बाद इस आवश्यक खाद्य पदार्थ की कीमत में वृद्धि शुरू हो गई. सरकार अब 470,000 टन के अपने बफर स्टॉक से थोक बाजार में प्याज जारी कर रही है. ऐसे भी खाद्य मुद्रास्फीति, जो लगातार चुनौती बनी हुई है. जुलाई में 5.42 फीसदी से बढ़कर अगस्त में 5.66 फीसदी हो गई है. यह अभी भी जून के 9.36 फीसदी से कम है.
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर में सब्जियों की कीमतों में बहुत अधिक वृद्धि के कारण, शाकाहारी थाली की कीमत में 11 फीसदी की वृद्धि हुई. इसी तरह पिछले महीने प्याज की आवक कम होने के चलते कीमतें 53 फीसदी बढ़ गईं. ऐसे दिल्ली में खुदरा प्याज की कीमतें 7 अक्टूबर को 58 रुपये प्रति किलोग्राम थीं, जो एक साल पहले 40 रुपये प्रति किलोग्राम की तुलना में 45 फीसदी अधिक है.
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