Kharif Crops Sowing: खरीफ फसलों की बुवाई ने बनाया र‍िकॉर्ड, धान, श्री अन्न, तिलहन और गन्ना का क्या है हाल?  

Kharif Crops Sowing: खरीफ फसलों की बुवाई ने बनाया र‍िकॉर्ड, धान, श्री अन्न, तिलहन और गन्ना का क्या है हाल?  

देश के 18 राज्यों पर मॉनसून मेहरबान हो गया है. इसके साथ ही खरीफ फसलों की बुवाई पूरी रफ्तार से हो रही है. अगले दो सप्ताह में ज्यादातर फसलों की बुवाई पूरी हो जाएगी. जान‍िए दलहन, त‍िलहन, कॉटन और मोटे अनाजों की कहां हुई पहले से अध‍िक बुवाई. 

खरीफ फसलों की 67 फीसदी बुवाई हो चुकी है (Photo-Pusa).खरीफ फसलों की 67 फीसदी बुवाई हो चुकी है (Photo-Pusa).
ओम प्रकाश
  • Delhi,
  • Jul 22, 2023,
  • Updated Jul 22, 2023, 10:37 AM IST

देश के 18 राज्यों पर मॉनसून मेहरबान हो गया है. इसमें सामान्य बार‍िश के साथ ही खरीफ फसलों की बुवाई ने जोर पकड़ ल‍िया है. केंद्रीय कृष‍ि मंत्रालय के अनुसार 67 फीसदी एर‍िया में बुवाई हो चुकी है, जो प‍िछले साल के मुकाबले थोड़ी ज्यादा है. देश में खरीफ फसलों का सामान्य एर‍िया 1091.73 लाख हेक्टेयर है. जबक‍ि 21 जुलाई तक 733.42 लाख हेक्टेयर में फसलें बोई जा चुकी हैं. जबक‍ि प‍िछले साल इस अवध‍ि में स‍िर्फ 724.99 लाख हेक्टेयर में ही बुवाई हुई थी. यानी इस बार प‍िछले साल के मुकाबले बुवाई की रफ्तार तेज है और 8.43 लाख हेक्टेयर अध‍िक क्षेत्र कवर हो चुका है. धान, मोटे अनाजों, त‍िलहन और गन्ने की बुवाई प‍िछले साल से ज्यादा अच्छी है. जबक‍ि दलहन फसलों की बुवाई कम हो गई है, जो च‍िंता की बात है क्योंक‍ि हम दालों के बड़े आयातक हैं. 

खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान की बुवाई प‍िछले साल के मुकाबले 4.73 लाख हेक्टेयर अधिक हो चुकी है. पिछले वर्ष 21 जुलाई तक 175.47 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई और रोपाई हुई थी, जबक‍ि इस बार 180.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र कवर हो चुका है. मध्य प्रदेश में प‍िछले साल से 7.07 लाख हेक्टेयर अध‍िक क्षेत्र में रोपाई हो चुकी है. बिहार में 5.64 लाख हेक्टेयर, उत्तर प्रदेश में 4.07 लाख हेक्टेयर, तेलंगाना में 1.20 लाख हेक्टेयर और पश्चिम बंगाल में प‍िछले साल से 0.62 लाख हेक्टेयर अधिक धान रोपा जा चुका है. राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, और तमिलनाडु ऐसे राज्य हैं ज‍िनमें धान की रोपाई पहले से अच्छी हुई है. 

त‍िलहन फसलों का एर‍िया 

इस साल 160.41 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में त‍िलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.12 लाख हेक्टेयर अधिक है. पिछले वर्ष 21 जुलाई तक 155.29 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में त‍िलहन फसलों की बुवाई हुई थी. मध्य प्रदेश में प‍िछले साल से 4.98 लाख हेक्टेयर अध‍िक एर‍िया में खाद्य तेलों वाली फसल बोई जा चुकी है. जबक‍ि राजस्थान में 1.91 लाख हेक्टेयर, गुजरात में 1.31 लाख हेक्टेयर और उत्तर प्रदेश में 1.12 लाख हेक्टेयर एर‍िया बढ़ा है. तेलंगाना, असम, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और मिजोरम में प‍िछले वर्ष से अध‍िक फसल बोई जा चुकी है. 

गन्ना की बुवाई का हाल 

केंद्रीय कृष‍ि मंत्रालय ने बताया है क‍ि पिछले वर्ष 21 जुलाई तक 53.34 लाख हेक्टेयर में गन्ना बोया जा चुका था. जबक‍ि इस साल 56 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी है. इस प्रकार पिछले वर्ष की तुलना में 2.66 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र कवर किया गया है. उत्तर प्रदेश में 3.91 लाख हेक्टेयर अध‍िक एर‍िया कवर क‍िया जा चुका है. कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु और ओडिशा में प‍िछल साल के मुकाबले गन्ना बुवाई की रफ्तार अच्छी है.  

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श्री अन्नों की बुवाई बढ़ी, दलहन की घटी 

मोटे अनाजों यानी श्री अन्न की बुवाई प‍िछले साल से 6.17 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में हो चुकी है. इस साल 21 जुलाई तक 134.91 लाख हेक्टेयर क्षेत्र कवर क‍िया जा चुका है. जबक‍ि प‍िछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान बुवाई का एर‍िया 128.75 लाख हेक्टेयर था. जबक‍ि कपास का एर‍िया लगभग प‍िछले साल के बराबर ही है. पिछले वर्ष की इसी अवधि में 109.99 लाख हेक्टेयर में कॉटन की बुवाई हो चुकी थी जबक‍ि इस बार 109.69 लाख हेक्टेयर में हुई है. हालांक‍ि, दलहन फसलों का एर‍िया प‍िछले साल से 9.37 लाख हेक्टेयर कम कवर हुआ है. साल 2022 में 21 जुलाई तक 95.22 लाख हेक्टेयर में दलहन फसलें बोई गई थीं. जबक‍ि इस बार 85.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र ही कवर हुआ है.  

बार‍िश का क्या है हाल 

मौसम व‍िभाग के मुताब‍िक 1 जून से 21 जुलाई तक 18 राज्यों में बार‍िस सामान्य है. छह राज्यों में बहुत कम और छह में ही सामान्य से अध‍िक बार‍िश दर्ज की गई है. व‍िभाग के अनुसार 6 राज्य ऐसे हैं ज‍िनमें बहुत अध‍िक बार‍िश हुई है. मण‍िपुर, म‍िजोरम, त्र‍िपुरा, झारखंड, ब‍िहार और केरल में बार‍िश सामान्य से बहुत कम हुई है. हर‍ियाणा और पंजाब में सामान्य से ज्यादा बार‍िश दर्ज की गई है. उत्तर प्रदेश, पश्च‍िम बंगाल, ओड‍िशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, तम‍िलनाडु और कर्नाटक में बार‍िश सामान्य है.

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