प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में 15 मार्च से किसानों से उपज की एमएसपी पर सरकारी खरीद की जा रही है, जो अभी जारी है. किसान बंपर उपज के साथ खरीद केंद्रों पर पहुंच रहेप्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने बताया कि गेहूं खरीद की अवधि 15 मार्च से 5 मई 2025 तक निर्धारित है. है. समर्थन मूल्य पर गेहूं की सरकारी खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 20 जनवरी से 9 अप्रैल तक चली, जिसमें प्रदेश के 15 लाख 33 हजार किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया.
मंत्री ने कहा कि किसानों को गेहूं के लिए 2,425 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य के साथ 175 प्रति क्विंटल बोनस यानी 2,600 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान किया जा रहा है. राजपूत ने बताया कि प्रदेश में 3,528 खरीद केंद्र बनाए गए हैं. अब तक 3.09 लाख किसानों से 26.73 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है. इसमें से 24.44 लाख मीट्रिक टन का उठान और 21.86 लाख मीट्रिक टन का भंडारण किया जा चुका है.
मंत्री राजपूत ने बताया कि अब तक किसानों को 5,027 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है, जबकि शेष भुगतान 3 से 5 कार्य दिवसों में पूरा हो जाएगा. वहीं, मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को समय पर उचित मूल्य और पारदर्शी व्यवस्था उपलब्ध करा रही है. खरीद की प्रक्रिया को सरल, व्यवस्थित और किसान हितैषी बनाया गया है.
बता दें कि इससे पहले रजिस्ट्रेशन की डेडलाइन 31 मार्च तक थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 9 अप्रैल किया गया था, जबकि पहले खरीद 1 मार्च से शुरू हुई थी, लेकिन गेहूं में नमी पाए जाने के कारण सरकार ने किसानों का हित देखते हुए खरीद की तारीख आगे बढ़ाकर 15 मार्च कर दी थी. मालूम हो कि मध्य प्रदेश में इन दिनों सरकारी खरीद केंद्रों पर गेहूं की बंपर आवक हो रही है. पिछले महीने तक मंडियों में गेहूं के दाम काफी ऊंचे चल रहे थे. लेकिन नई फसल आने के कारण दाम में थोड़ी गिरावट हुई है.
वहीं, प्रदेश में किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए सरकार विभिन्न कार्यक्रम चला रही है. इस क्रम में उन्हें हैप्पी सीडर यंत्र के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने कहा कि किसान ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर हैप्पी सीडर खरीद सकते हैं. इसकी अनुमानित राशि 2 लाख 60 हजार से 2 लाख 85 हजार रुपये है. कृषि अभियांत्रिकी विभाग इस पर 1 लाख 5 हजार रुपये की सब्सिडी भी देता है.