वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का आम बजट 2024-25 पेश किया. यह बजट कुल 48 लाख करोड़ रुपये का है जिसमें सरकार ने लोगों को कहीं पर राहत दी, तो दूसरी तरफ टैक्स का बोझ बढ़ाकर उन्हें निराश भी कर दिया. बजट में गरीबों, किसानों और करदाताओं के लिए खास घोषणाएं की गई हैं. इस साल कृषि बजट को भी बढ़ाकर 1.52 लाख करोड़ कर दिया गया है. जिससे आने वाले समय में किसानों को मदद मिलेगी. वित्तमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में उत्पादकता और लचीलापन बढ़ाने के लिए साथ ही कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. उन्होंने कहा कि कृषि सेक्टर के लिए बजट बढ़ाकर 1.52 लाख करोड़ रुपये कर दिया है. ऐसे में आइए इन आसान भाषा में समझते हैं बजट में कृषि क्षेत्र और किसानों को क्या मिला.
ये भी पढ़ें: मनरेगा, किसान सम्मान निधि पर क्या बोलीं वित्त मंत्री, बताया क्यों नहीं किया था बजट भाषण में जिक्र
वहीं, कृषि के लिए डिजिटल सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी विकसित किया जाएगा. इस बजट की सबसे बड़ी बात यह है कि मछली पालन पर भी फोकस किया गया है. खास कर झींगा उत्पादन और निर्यात पर जोर दिया जाएगा. झींगा पालन और निर्यात के लिए नाबार्ड द्वारा फंडिंग भी दिया जाएगा. निर्मला सीतारमण ने कहा कि 6 करोड़ किसानों के लिए जमीन रजिस्ट्री पर जोर दिया जाएगा. साथ ही देश के 400 जिलों में डिजिटल खरीफ फसलों का सर्वे किया जाएगा. खास कर दालों और ऑयल सीड्स विस्तार पर मिशन लॉन्च किए जाएंगे. जबकि, नेचुरल फार्मिंग के लिए 1 करोड़ किसानों को बढ़ावा दिया जाएगा. इन किसानों को सर्टिफिकेशन और ब्रांडिंग के जरिए बढ़ावा दिया जाएगा.