Goat Farming: खाने के इस तरीके से होती है बकरे की ग्रोथ और बढ़ता है बकरी का दूध

Goat Farming: खाने के इस तरीके से होती है बकरे की ग्रोथ और बढ़ता है बकरी का दूध

पशु छोटा हो या बड़ा सबके लिए हरे चारे की मात्रा निर्धारित की गई है. यह मात्रा पशु की उम्र, उसके वजन के आधार पर तय होती है. लेकिन अगर आपने चारे की मात्रा कम कर दी, ज्यादा दे दी या फिर कई-कई दिन तक हरे चारे की एक डाल भी नहीं खिलाई है तो इससे भी आपके पशु को नुकसान पहुंचेगा और दूध की मात्रा भी घटेगी.

बकरियों में रोग और रोकथाम
नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Apr 24, 2024,
  • Updated Apr 24, 2024, 11:40 AM IST

पशुओं को हरा चारा खिलाने के बहुत फायदे हैं. एनिमल और डेयरी एक्सरपर्ट भी मानते हैं कि पशुओं को हरा चारा खिलाने से जहां दूध बढ़ता है तो वहीं उनकी ग्रोथ भी अच्छी होती है. हरा चारा गाय-भैंस और भेड़-बकरी का पेट भरने के साथ ही बहुत सारे मिनरल्स, प्रोटीन और खास विटामिन की जरूरतों को भी पूरा करता है. एक्सपर्ट का तो ये भी मानना है कि अगर हरा चारा वक्त से और तरीके से खिलाया जाए तो इसके और भी बहुत सारे फायदे हैं. जैसे केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (CIRG), मथुरा के साइंटिस्ट का कहना है कि अगर बकरियों को एक खास तरीके से हरा चारा खिलाया जाए तो वो बकरियों को दोहरा फायदा पहुंचाता है. 

बकरी को अगर उसकी आदत के मुताबिक हरा चारा खिलाया जाए तो ये दवाई का काम भी करता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि सूखे और दानेदार चारे के साथ बकरियों के लिए हरा चारा भी बेहद जरूरी है. अगर हरा चारा कम रह गया, ज्यादा दे दिया या बिल्कुल ही नहीं दिया तो इससे बकरी के साथ ही उसके होने वाले बच्चे को भी परेशानी होगी. 

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इस तरह से चारा खिलाने पर ज्यादा दूध देगी बकरी  

सीआईआरजी के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. अशोक कुमार ने किसान तक को बताया कि गाय-भैंस और भेड़ के मुकाबले हरे चारे को बकरी थोड़ा अलग तरीके से खाती है. आप सामान्य तौर पर जब भी बकरी को हरा चारा खाते देखेंगे तो पाएंगे कि बकरी मुंह ऊपर की ओर करके हरे चारे को बड़े ही चाव से खाती है. ऐसा करना बकरी को तो अच्छा लगता ही है, लेकिन कोई भी चीज जब चाव से खाई जाती है तो वो शरीर को और ज्यादा फायदा पहुंचाती है. 

इसलिए बकरे और बकरियों को हरा चारा खिलाने के दौरान कोशिश करें कि उसे खुले मैदान, जंगल या खेत में ले जाएं. अगर यह सब मुमकिन न हो तो हरे चारे का गट्ठर बनाकर बकरी के सामने उसे थोड़ा ऊंचाई पर टांग दें या फिर बकरी की हाइट से थोड़ा ऊपर रख दें. कहने का मतलब यह है कि चारे को जमीन पर न डालें. नीचे गर्दन करके हरा चारा खाने में बकरी को मजा नहीं आता है. 

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खास तरीके से हरा चारा खिलाने पर होता है ये फायदा

डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि हरे चारे में प्रोटीन, मिनरल्स और विटामिन ए होता है. सभी तरह के पशुओं समेत खासतौर पर बकरी को इस सबकी बहुत जरूरत होती है. हरे चारे में शामिल विटामिन ए न सिर्फ बकरी के लिए जरूरी है बल्कि उसके होने वाले बच्चे में इसकी कमी हो जाए तो उसकी ग्रोथ रुक जाएगी, सिर बड़ा हो जाएगा और आंखों की परेशानी भी बढ़ जाएगी. लेकिन यही हरा चारा अगर ज्यादा हो जाए तो बकरी को डायरिया यानि दस्त हो जाते हैं और उसमे पोषण की कमी होने लगती है. 

 

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