5-10 गाय-भैंस वाले डेयरी फार्म में आज भी दूध निकालने का तरीका वही पुराना है. एक-दो लोग मिलकर हाथ से ही गाय-भैंस का दूध दुहाते हैं. जबकि इस तरीके से दूध निकालने पर उसके दूषित होने के चांस ज्यादा रहते हैं. वहीं इसके मुकाबले मशीन से दूध निकालने पर दूषित होने के चांस कम हो जाते हैं. लेकिन ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि दूध दूषित होगा ही नहीं. इसी के चलते केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर एक एडवाइजरी जारी की है. बाजार में दूध बेचने से पहले ऐसा करना जरूरी बताया है.
मंत्रालय ने सलाह देते हुए कहा है कि पशु का दूध निकालने के बाद उसे कपड़े से जरूर छान लें. ऐसा करने से दूध में आने वाले पशु के बाल, मिट्टी और दूसरे कण कपड़े में ही रह जाते हैं. इतना ही नहीं दूध निकालने के फौरन बाद ही दूध के बर्तन को पशु के शेड से दूर ले जाकर रख दें. दूध की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए ऐसा करना जरूरी है.
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