दिल्ली की मिठाई-पनीर को लेकर केन्द्रीय डेयरी और पशुपालन मंत्री राजीव रंजन उर्फ लल्लन सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है. दिल्ली की मिठाई और पनीर को लेकर उनकी सोच अलग है. वैसे तो देशभर से खाने-पीने की चीजों में मिलावट की शिकायतें आती रहती हैं, लेकिन दिल्ली का मामला थोड़ा अलग है. मंगलवार को आनंद, गुजरात में नेशनल डेयरी डपलवमेंट बोर्ड (NDDB) का हीरक जयंती समारोह था. जिसमें लल्लन सिंह ने बड़ा चौंकाने वाला बयान दिया. इस दौरान मंच पर देश के गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे.
दिल्ली के पनीर के बारे में लल्लन सिंह ने कहा कि वो दिल्ली का पनीर कभी नहीं खाते हैं. जबकि दिल्ली की मिठाई के बारे में कहा कि असंगठित क्षेत्र के जो लोग किसानों से दूध खरीदकर दिल्ली में मिठाई की दुकानों पर बेचते हैं. इस दौरान दूध की मात्रा को बढ़ाने के लिए यूरिया से लेकर इंजेक्शन तक का इस्तेमाल करते हैं. इसलिए वो इसे खाने से परहेज करते हैं.
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आनंद, गुजरात में मंत्री राजीव रंजन सिंह समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने दूध के बारे में बोलते हुए बताया कि डेयरी से जुड़ा बहुत बड़ा एरिया अभी असंगठित है. यही वजह है कि इस असंगठित क्षेत्र से जुड़े लोग किसानों से दूध जमा करते हैं और उसे दिल्ली में मिठाई की दुकानों पर बेचते हैं. इसी दूध की मात्रा को बढ़ाने के लिए ये लोग उसमे यूरिया मिलाने से लेकर इंजेक्शन तक का इस्तेमाल करते हैं. आज दिल्ली की अधिकांश दुकानों पर इसी मिलावटी दूध से बनी मिठाईयां बिक रही हैं. मंत्री सिर्फ दिल्ली की मिठाईयों पर ही नहीं रुके. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली का पनीर नहीं खाता हूं. क्योंकि ये तय है कि जो शाम को दिल्ली का पनीर खा लेगा रात को उसका पेट खराब होना तय है. वहीं उन्होंने कहा कि यहां पनीर में सबसे ज्यादा मिलावट होती है.
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केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि आज हर किसी के बीच 8 से 10 लोग ऐसे हैं जो कैंसर से पीडि़त हैं. और इसकी सबसे बड़ी वजह है खाने-पीने की चीजों में मिलावट. जिस दूध को हम दूध समझकर पी रहे हैं असल में उसमे मिलावट है. इसे रोकने के लिए हम अपने विभाग में भी बैठक करते हैं. साथ ही FSSAI से भी कहा है कि दिवाली आ रही है उससे पहले खाने-पीने की चीजों में होने वाली मिलावट को रोकने के लिए छापेमारी तेज कर दें.