Animal Care: पशुओं में पानी की कमी रोकनी है तो गर्मियों में जरूर करें ये खास काम, पढ़ें डिटेल 

Animal Care: पशुओं में पानी की कमी रोकनी है तो गर्मियों में जरूर करें ये खास काम, पढ़ें डिटेल 

गर्मी के इस मौसम में पशुओं के लिए साफ और ताजा पानी पीना क्यों जरूरी है, पानी ना पीने पर किस तरह की परेशानी हो सकती है, उसके लक्षण क्या हैं और परेशानी होने पर किस तरह के नुकसान उठाने पड़ सकते हैं, इसका ख्याल रखा जाए तो पशु को बीमार होने और उत्पादन कम होने के नुकसान से बचा जा सकता है.  

गर्मियों में पशुओं को लू से कैसे बचाएं?गर्मियों में पशुओं को लू से कैसे बचाएं?
नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Apr 14, 2025,
  • Updated Apr 14, 2025, 3:06 PM IST

खासतौर पर दुधारू पशुओं के लिए मई-जून का मौसम बहुत नुकसान पहुंचाने वाला होता है. लू और चढ़ते तापमान के चलते पशु हीट स्ट्रैस की चपेट में आ जाते हैं. तेज गर्म हवाओं और 48 डिग्री तापमान के चलते पशु डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) का शि‍कार होने लगते हैं. भेड़-बकरी जैसे छोटे पशु भी इसकी चपेट में आ जाते हैं. उनके भी दूध उत्पादन और ग्रोथ पर इसका बड़ा असर पड़ता है. इस सब के चलते पशुपालक को बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है. ये पशुपाकों के लिए दोहरे नुकसान जैसा होता है. 

एक ओर तो पशुओं का दूध उत्पादन कम हो जाता है, वहीं दूसरी ओर पशुओं के बीमार पड़ने पर इलाज में पैसा खर्च होने लगता है. एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो इस मौसम में पानी की कमी के चलते पशुओं को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. अगर गर्मियों के दौरान पशुओं की खुराक में हरे चारे की मात्रा भरपूर रखी जाए तो एक किलो हरे चारे से तीन से चार लीटर तक पानी की कमी पूरी हो जाती है. 

ये 10 काम किए तो पशुओं में नहीं होगी पानी की कमी

  • पशुओं को बार-बार पानी पिलाते रहें. 
  • जहां तक संभव हो पशुओं को ताजा और ठंडा पानी ही पिलाएं.
  • पशुओं के शरीर पर भी दिन में कम से कम तीन बार पानी का छिड़काव करें. 
  • पशुओं को सूखी तूड़ी 30 और हरा चारा 70 फीसद तक खिलाएं. 
  • ताजा तूड़ी खिलाने से पहले उसे भिगो लें. शाम को भिगोकर रखी गई तूड़ी सुबह खिलाएं. 
  • पशु के सामने हमेशा नमक की ढेली रखें, इसे चाटने से प्यास लगती है. 
  • पशुओं को सुबह-शाम नहलाएं जरूरी. 
  • जहां पशु बांधे जाते हैं वहां भी पानी का छिड़काव करें. 
  • पशुओं को छायादार जगह पर बांधना चाहिए. 
  • पानी की कमी होने पर पशु को नमक-चीनी का घोल पिलाएं.   

पशुओं में पानी की कमी की ऐसे करें पहचान 

जब पशुओं में पानी की कमी हो जाती है तो कई तरह के लक्षण से इसे पहचाना जा सकता है. जैसे पशुओं को भूख नहीं लगती है. सुस्ती और कमजोर हो जाना. पेशाव गाढ़ा होना, वजन कम होना, आंखें सूख जाती हैं, चमड़ी सूखी और खुरदरी हो जाती है और पशुओं का दूध उत्पादन भी कम हो जाता है. और सबसे बड़ी पहचान ये है कि जब हम पशु की चमढ़ी को उंगलियों से पकड़कर ऊपर उठाते हैं तो वो थोड़ी देर से अपनी जगह पर वापस आती है. 

ये भी पढ़ें- Goat Farm: देश के सबसे बड़े बकरी फार्म का हुआ उद्घाटन, मंत्री बोले पीएम का सपना हो रहा सच

ये भी पढ़ें-Artificial Insemination: अप्रैल से जून तक हीट में आएंगी बकरियां, 25 रुपये में ऐसे पाएं मनपसंद बच्चा

 

MORE NEWS

Read more!