Shrimp Care: तालाब में पल रहा है झींगा तो अभी से बदल दें फीड का तरीका, ऐसे करें देखभाल, पढ़ें टिप्स 

Shrimp Care: तालाब में पल रहा है झींगा तो अभी से बदल दें फीड का तरीका, ऐसे करें देखभाल, पढ़ें टिप्स 

Shrimp Pond Care मछली हो या फिर झींगा, दोनों के लिए पानी का तापमान तय है. अगर तापमान उससे ज्यादा या कम होता है तो फिर तालाब में झींगा या मछली को नुकसान होने लगता है. क्योंकि जैसे ही तापमान चढ़ता है तो तालाब का पानी गर्म होने लगता है और उसमे आक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है. यही वजह है कि आक्सीजन कम होते ही झींगा की तालाब में मौत होने लगती है.

नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • May 26, 2025,
  • Updated May 26, 2025, 4:23 PM IST

Shrimp Pond Care गर्मियों में जैसे-जैसे धूप तेज होती जाएगी और तापमान बढ़ता जाएगा तो वैसे ही तालाब का पानी भी गर्म होता जाएगा. यानि तालाब के पानी का तापमान भी बढ़ने लगता है. और पानी का यही बढ़ता तापमान झींगा के लिए जानलेवा हो जाता है. ऐसे में झींगा के पास इस बढ़ते तापमान से बचने का कोई तरीका भी नहीं होता है. इसलिए ये जरूरी हो जाता है कि झींगा पालन करने वाले किसान गर्मी के मौसम में तालाब के पानी का पूरा ख्याल रखें. मतलब दिन में दोपहर के वक्त जब भी मुमकिन हो तो तालाब के पानी का तापमान नापते रहें. जैसे ही तापमान बढ़े तो वैसे ही एक्सपर्ट के बताए कुछ उपाय अपनाकर पानी के तापमान को सामान्य कर दें. 

फीड और फीड देने के तरीके में बदलाव कर लें. साथ ही तालाब की देखभाल करने का तरीका भी बदल दें. झींगा एक्सपर्ट की मानें तो 32 डिग्री से ज्यादा तापमान झींगा मछली के लिए जानलेवा हो जाता है. जैसे अभी उत्तर भारत के दर्जनों शहरों में तापमान 38 से लेकर 40 डिग्री तक जा रहा है. खासतौर पर यूपी, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में झींगा पालन करने वालों पर इसका असर दिखाई देने लगता है. 

झींगा तालाब के पानी को ऐसे करें मेंटेन  

झींगा किसान और एक्सपर्ट डॉ. मनोज शर्मा का कहना है कि भारत में ज्यादातर विदेशी झींगा का पालन किया जाता है. इस झींगा को 26 से 31 डिग्री तापमान वाले पानी की जरूरत होती है. लेकिन अभी तेज गर्म हवाएं चलने के साथ ही तापमान भी बढ़ रहा है. यह झींगा के लिए बहुत ही खतरनाक है. यही वजह है कि पंजाब और राजस्थान में गर्मी और लू के चलते झींगा मर रहा है. तालाब में फाइटो क्लाइंजम (अल्गी) लगी होती है. पानी के अंदर इसी से झींगा को मुख्य रूप से ऑक्सीजन मिलती है. लेकिन तेज गर्मी और गर्म पानी के चलते यह मुरझा जाती है. बिजली बहुत महंगी है तो मछली पालक पंखे और इरेटर बहुत कम चलाते हैं. 

गर्मी में ऐसी होनी चाहिए झींगा की खुराक 

डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि मौजूदा मौसम को देखते हुए तालाब के पानी को ठंडा रखने के लिए खासतौर पर दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक पंखे और इरेटर चलाएं. गर्मियों में सूखा खाने को न दें. एक लीटर मीठे फ्रेश पानी में 100 ग्राम गुड़ घोलकर, दो से तीन ग्राम विटामिन सी घोलकर दें. ग्लूकोज पाउडर भी खोलकर पिलाया जा सकता है. झींगा को दी जाने वाली दोपहर की खुराक एकदम कम कर दें. 10 फीसद से ज्यादा खाने को न दें. सुबह-शाम और रात 30-30 फीसद तक खाने को दें. तालाब के पानी की हाईट बढ़ा दें. अगर तालाब में 3.5 फुट पानी है तो उसे पांच से 5.5 फुट कर दें. क्योंकि ऊपर का पानी गर्म भी हो जाएगा तो 3.5 फुट पानी की सतह सामान्य बनी रहेगी.  

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