मौसम विभाग ने यूपी में मौसम के खराब होने से किसानों की फसल प्रभावित होने के मद्देनजर चेतावनी जारी की थी. जिसके तहत मौसम विभाग ने कहा था कि बुधवार को हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है. इसके 24 घंटे के भीतर पश्चिमी यूपी में आंधी, बारिश, और ओलावृष्टि का दौर शुरू हो गया है. गुरुवार शाम को लगभग 5 बजे वेर्स्टन यूपी के गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद और कई जिलों में ओलावृष्टि और बारिश शुरू हो गई थी. मौसम विभाग के अनुसार अगले 3 दिनों तक मौसम का मिजाज खराब रह सकता है, जिससे किसानों की मुसीबत बढ़ने की आशंकाएं हैं.
विभाग ने मौसम बिगड़ने की चेतावनी के कृषि आधारित प्रभाव के मद्देनजर बताया है कि 30 मार्च को यूपी के पूर्वी और पश्चिमी जोन में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वर्षा होने के बाद 31 मार्च को प्रदेश के दोनों जोन में अनेक स्थानों पर तथा 1 अप्रैल को कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ वर्षा हो सकती है.
मौसम विभाग ने 31 मार्च को राज्य में मौसम का मिजाज ज्यादा बिगड़ने की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इस दिन प्रदेश के दोनों जोन में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ बिजली चमकने, 30 से 40 प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने और ओलावृष्टि होने का पूर्वानुमान है.
विभाग ने 1 अप्रैल को एक दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ बिजली चमकने का येलो अलर्ट जारी किया है. विभाग के मुताबिक 2 अप्रैल को दोनों जोन में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. हालांकि 3 अप्रैल को पश्चिमी जोन में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने 30 से 31 मार्च के दौरान गरज बरस के साथ हल्की बारिश की संभावना वाले जिलों में बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, चंदौली, वाराणसी, कानपुर देहात ,कानपुर नगर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, सहारनपुर, बागपत, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मथुरा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, आगरा, कासगंज, एटा, मैनपुरी, इटावा, फिरोजाबाद, अमरोहा, औरैया, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं, संभल, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर शामिल हैं.
मौसम विभाग ने 31 मार्च को कुछ जिलों में ओलावृष्टि होने की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में सीतापुर और लखीमपुर खीरी, बहराइच ,श्रावस्ती, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, कासगजं , एटा, मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, पीलीभीत, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं शामिल हैं.
विभाग ने ओलावृष्टि की आशंका वाले इलाकों में किसानों को आगाह किया है कि इससे गेहूं की फसल कह बालियां टूटने के कारण खड़ी फसल का नुकसान होने से उपज में कमी आने तथा उत्पाद या बीज की गुणवत्ता प्रभावित होने की संभावना है. ऐसे में विभाग ने किसानों को गेहूं , सरसों, चना और मटर की पूरी तरह से पकी हुई फसल की बारिश के पहले कटाई करने, कटी हुई फसल को सुरक्षित जगह पर रखने की सलाह दी है.
विभाग ने कहा है कि अगर फसलें ज्यादा खराब हो गई है तो किसानों को जायद में बोई जाने वाली उड़द, मक्का, मूंग और सूरजमुखी के लिए किसान अपने खेत तैयार कर सकते हैं.
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