मौसम विभाग के मुताबिक अगले 72 घंटों के दौरान Himalayan Region में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की आशंका है. इसके मद्देनजर IMD ने 13 अप्रैल से यूपी में दो दिनों तक आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है. विभाग के मुताबिक 13 और 14 अप्रैल काे यूपी के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में मौसम खराब होने के आसार हैं. इस वजह से Rabi Season में गेहूं की कटाई कर रहे किसानों की परेशानी बढ़ना तय है. पिछले दिनों एमपी में भी राजधानी भोपाल सहित नर्मदापुरम संभाग के कुछ जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों का बड़े पैमाने पर नुकसान किया है.
मौसम विभाग ने बुधवार को अलर्ट जारी कर यूपी में 13 अप्रैल से मौसम खराब होने की बात कही है. विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार 12 अप्रैल की रात में हिमालय क्षेत्र में western disturbance सक्रिय हो रहा है. इसका असर पंजाब, हरियाणा और यूपी सहित समूचे North West India में आंधी और गरज - चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने के रूप में देखने को मिलेगा.
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मौसम विभाग ने 13 अप्रैल के लिए यूपी में Yellow Alert जारी करते हुए इस दिन पश्चिमी और पूर्वी जोन में कहीं कहीं बिजली गिरने और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी है. विभाग ने 14 अप्रैल के लिए पश्चिमी जोन में Orange Alert जारी किया है. इस जोन में कहीं कहीं 40 से 50 किमी प्रति घंटा की गति से तेज हवाएं चलने, बिजली गिरने और Hail storming होने की बात कही गई है. इस दिन पूर्वी जोन में कहीं कहीं बिजली गिरने और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने का Yellow Alert जारी किया गया है.
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मौसम ने जिस प्रकार से करवट ली है, उसकी वजह से पश्चिमी यूपी और बुंदेलखंड के तमाम इलाकों में 10 अप्रैल को भी देर शाम आंधी आने के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है. वहीं, एमपी के भोपाल, होशंगाबाद, विदिशा, बैतूल और छिंदवाड़ा जिलों में भी पिछले तीन दिनों से दिन में बारिश होने से बड़े पैमाने पर Crop Damage हुई है.
एक तरफ इन इलाकों में रबी की मुख्य फसल गेहूं की कटाई चल रही है, वहीं कुछ इलाकों में फसल पक कर कटने को तैयार है. जिन किसानों की फसल कट कर खेत में रखी थी, वह पिछले दिनों आई आंधी में उड़ गई, जबकि जो फसल ज्यादा पक गई थी, उसका दाना झड़ गया. साथ ही बागवानी किसानों को भी इससे नुकसान उठाना पड़ा है. आम की फसल में छोटे फल झड़ने के अलावा नींबू वर्गीय फल के बागों में पेड़ों पर लगे फूल, आंधी में टूट गए. इससे अगले सीजन में फलत पर असर पड़ेगा.
ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों ने Weather Prediction को देखते हुए किसानों को 13 से 15 अप्रैल के दौरान स्थानीय मौसम प्रभाव के मुताबिक ही रबी फसलों की कटाई करने को कहा है. इस अवधि में जिन इलाकों का मौसम ठीक न हो, उनमें किसानों को कटाई रोक देने का परामर्श दिया है.
झांसी के जिला कृषि अधिकारी केके सिंह ने कहा कि ऐसे मौसम में नुकसान को न्यूनतम करने के लिए किसानों को कटाई रोक देनी चाहिए. जिन किसानों ने कटाई करना प्रारंभ कर दिया है, वे फसल को बांध कर सुरक्षित स्थान पर रखने का इंतजाम करें. साथ ही Horticulture Farmers मौसम विभाग के स्थानीय पूर्वानुमान को देखते हुए फलदार पेड़ों में सिंचाई करें. सिंचाई करने पर हल्की हवा से भी फूल झड़ने का खतरा रहता है.
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