देश के कुछ हिस्सों से बारिश ने अलविदा कह दिया है लेकिन इस बार गुजरात से मॉनसून की विदाई मे देरी हो रही है. गुजरात के कुछ जिलों पर मौजूदा स्थिति में बने हुए सायक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से मध्य और दक्षिण गुजरात मे बारिश हो रही है. बीते 24 घंटो में गुजरात के 33 में से 29 जिलों के 181 तालुका में बारिश दर्ज की गई है.
गुजरात में बीते 24 घंटों मे सबसे अधिक बारिश सूरत के उमरपाड़ा में 7 इंच, अमरेली के लिलिया, सूरत शहर, वडोदरा शहर में 3.5 इंच और छोटाउदेपुर के पाविजेतपुर, नवसारी में 3 इंच दर्ज की गई है. अहमदाबाद मौसम विभाग के वैज्ञानिक रमाश्रय यादव का कहना है कि गुजरात के कच्छ और उत्तर गुजरात के दो जिलों समेत सौराष्ट्र के मोरबी, जामनगर, द्वारका से बारिश की विदाई हो चुकी है. लेकिन सायक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से मध्य और दक्षिण गुजरात में अगले चार दिनों के लिए बारिश का अलर्ट जारी है. अगले 4 दिनों तक गुजरात के मध्य, दक्षिण और सौराष्ट्र के कुछ जिलों में बारिश जारी रहेगी.
रमाश्रय यादव ने कहा है कि 26, 27, 28, 29 सितंबर के दिन गुजरात के मध्य और दक्षिण के जिले वडोदरा, छोटाउदेपुर, भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, डांग, नवसारी, वलसाड, दमन, दादरा और नगर हवेली में बारिश का अलर्ट जारी है. 28 सितंबर के दिन गुजरात के सौराष्ट्र के पोरबंदर, राजकोट, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़, भावनगर, गिर सोमनाथ, बोटाद, जूनागढ़, अमरेली में भी मध्यम बारिश की चेतावनी दी गई है. 29 सितंबर के दिन जूनागढ़, अमरेली, गिर सोमनाथ, भावनगर, अहमदाबाद, गांधीनगर, खेड़ा, आनंद, महिसागर, दाहोद, पंचमहाल, अरावली में बारिश हो सकती है. रमाश्रय यादव ने कहा है कि 30 सितंबर के दिन गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर के अलावा नर्मदा, सूरत, तापी, डांग, नवसारी, वलसाड, दमन, दादरा और नगर हवेली में बारिश की चेतावनी दी गई है.
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गुजरात में इस साल 1 जून से अब तक हुई बारिश की बात करें तो सीज़न की कुल 128.24 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई है. जिसमें सबसे ज्यादा कच्छ में 183 प्रतिशत, दक्षिण गुजरात में 134 प्रतिशत, सौराष्ट्र में 132 प्रतिशत, मध्य गुजरात में 126 प्रतिशत और उत्तर गुजरात में 109 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई है.
आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 1 जून तक केरल में दस्तक देता है और जुलाई के पहले सप्ताह तक पूरे देश को कवर कर लेता है. सितंबर के मध्य से यह उत्तर-पश्चिम भारत से वापस लौटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है. इस सीजन में देश में 1 जून से 23 सितंबर के बीच 880.8 मिमी बारिश हुई है, जबकि समीक्षाधीन अवधि के लिए सामान्य बारिश 837.7 मिमी है. कुल 36 उप-मंडलों में से नौ में अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जिनमें राजस्थान (74 प्रतिशत), गुजरात (68 प्रतिशत), महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश शामिल हैं.
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