
UP Weather Updates: इन दिनों गर्मी और भीषण उमस से लखनऊ समेत प्रदेशवासियों का हाल बेहाल है. आलम यह है कि दिन प्रतिदिन तापमान बढ़ता जा रहा है.वहीं उत्तर प्रदेश में सितंबर महीने की शुरुआत गर्मी से होने वाली है. इस महीने के शुरुआती हफ्ते में ज्यादा बारिश के आसार नहीं है. राजधानी लखनऊ में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. उमस ने भी लोगों का हाल बेहाल कर रखा है. आलम यह है कि लोग एक बार फिर से दोपहर 12 बजे के बाद सड़कों पर निकलने से बच रहे हैं, जो निकल भी रहे हैं वो खुद को पूरी तरह से ढककर निकल रहे हैं. यही नहीं अधिकतम तापमान में भी दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो चुकी है.
मौसम विभाग के मुताबिक यूपी में 1 सितंबर को पूर्वी हिस्से में हल्की-फुल्की बारिश होने के आसार हैं जबकि पश्चिमी यूपी में मौसम पूरी तरह से साफ रहेगा. इसी तरह 2 और 3 सितंबर को भी पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहने वाला है. पूर्वी यूपी में इस दौरान गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा 4 सितंबर को पूर्वी यूपी में कई जगहों पर बारिश होने की उम्मीद है. वहीं 5 सितंबर को पश्चिमी यूपी में एक दो स्थान पर और पूर्वी यूपी में कुछ स्थान पर गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. इसके साथ ही 6 सितंबर को पश्चिमी और पूर्वी यूपी में कई जगहों पर बारिश हो सकती है.
लखनऊ मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने किसान तक से बातचीत में बताया कि वर्तमान में भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र पर कमजोर अल नीनो और हिंद महासागर पर सीमित सकारात्मक हिंद महासागरीय द्विध्रुव (IOD) की स्थिति बनी हुई है. मानसून ऋतु के दौरान अभी तक प्रदेश में समेकित तौर पर कुल 496.1 मिमी बारिश हुई है. जो 593.1 मिमी के अपने दीर्घकालिक औसत से 16% कम होने के फलस्वरुप सामान्य श्रेणी में है. लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश दीर्घकालिक औसत से 28% कम 451.7 मिमी. बारिश के साथ अल्प वर्षा जबकि वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश दीर्घकालिक औसत के सापेक्ष 2% अधिक 559.2 मिमी वर्षा के साथ सामान्य श्रेणी में है.
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मौसम वैज्ञानिक के अनुसार MMCFS और अन्य वैश्विक मॉडलों के नवीनतम पूर्वानुमान से संकेत मिलता है कि आने वाले महीनों के दौरान अल नीनो और सकारात्मक आईओडी की स्थिति मजबूत होने की संभावना है. इसके अतिरिक्त आगामी महीने के दौरान मानसून के अन्य प्रमुख कारकों (MJO एवं बंगाल की खाड़ी में निम्नदाब क्षेत्र) की अनुकूल परिस्थितियों के प्रभाव से सितंबर महीने में समेकित तौर पर पश्चिमी एवं दक्षिणी-पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से अधिक वर्षा होने जबकि पूर्वोत्तर के तराई इलाकों में सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना है. इस दौरान प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
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उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त जी एस नवीन कुमार ने बीते 24 घंटे में प्रदेश में 0.3 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 5 मिमी के सापेक्ष 06 प्रतिशत है. इस प्रकार प्रदेश में 01 जून, 2023 से अब तक 496.1 मिमी औसत वर्षा हुए, जो सामान्य वर्षा 593.1 मिमी के सापेक्ष 84 प्रतिशत है.राहत आयुक्त ने बताया कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश के किसी भी जनपद में 30 मिमी या उससे अधिक वर्षा दर्ज नहीं की गई है. प्रदेश में कोई भी नदी खतरे के जलस्तर से ऊपर नहीं बह रही है.
वर्तमान में प्रदेश के 23 जनपदों के 596 गांव बाढ़ से प्रभावित है.
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