देश के कुछ हिस्सों में चक्रवाती तूफान का खतरा बना हुआ है. इस तूफान की स्थिति अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों जगहों पर देखी जा रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने शु्क्रवार को कहा कि दक्षिण पूर्व और उससे सटे दक्षिण पश्चिम अरब सागर में पहले से लो प्रेशर एरिया बना हुआ और यह कम दबाव का क्षेत्र अब डिप्रेशन में तब्दील हो गया है. आईएमडी ने कहा है कि यह डिप्रेशन 21 अक्टूबर की सुबह में चक्रवात में बदल सकता है.
अगर यह चक्रवात आता है तो इस साल का यह दूसरा तूफान होगा. इस तूफान का नाम तेज होगा जो कि हिंद महासागर में आने वाले तूफानों के नाम के हिसाब से दिया गया है. नाम एक खास फार्मूले के तहत दिया जाता है. अरब सागर के इस तूफान का नाम तेज दिया गया है. कहा जा रहा है कि रविवार तक यह तूफान बहुत खतरनाक चक्रवात में तब्दील हो सकता है. इसके बाद इसकी दिशा ओमान और उससे सटे यमन की तरफ बढ़ सकती है. आईएमडी ने इसकी जानकारी दी है.
IMD ने कहा है कि दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में पूर्वी/उत्तरपूर्वी हवाओं के शुरू होने के साथ अगले 48 घंटों में दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र में पूर्वोत्तर मॉनसून वर्षा गतिविधि शुरू होने की संभावना है. हालांकि, सामान्य तौर पर उत्तर-पूर्वी मॉनसून का शुरुआती चरण कमज़ोर रहने की संभावना है.
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दक्षिण भारत: 23 और 24 अक्टूबर को केरल में कुछ/कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है. पूर्वोत्तर भारत: 24 अक्टूबर को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कुछ/कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर गरज और बिजली गिरने के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है। अगले 5 दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में कोई खास मौसम की संभावना नहीं है।
तूफान की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने दक्षिण पश्चिम अरब सागर में 23 अक्टूबर तक और पूर्व मध्य अरब सागर में 20 तारीख के बाद मछुआरों को नहीं जाने की सलाह दी है. जो मछुआरे पहले ही समुद्र में गए हैं, उन्हें तुरंत लौटने की सलाह दी गई है.
बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी एक लो प्रेशर एरिया बना हुआ है. इससे ओडिशा के तटीय इलाकों में बारिश की संभावना है. आईएमडी ने कहा है कि 23 तारीख से इस क्षेत्र में बारिश हो सकती है. इससे ओडिशा में इस साल दशहरा के दिन बारिश की संभावना है. आईएमडी ने 23 से 25 अक्टूबर तक राज्य के तटीय जिलों में बारिश की भविष्यवाणी की है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय केंद्र ने एक्स को बताया, "बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है..." इसमें कहा गया है कि 23 अक्टूबर के आसपास सिस्टम के और अधिक तीव्र होकर डिप्रेशन में बदलने की संभावना है.
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आईएमडी केंद्र के निदेशक एच आर बिस्वास ने कहा, "इसके प्रभाव के तहत तटीय ओडिशा के कुछ हिस्सों में 23 से 25 अक्टूबर तक वर्षा की गतिविधियां देखी जाएंगी. भारी वर्षा होगी या नहीं, इसका अनुमान डिप्रेशन के रूट को जानने के बाद ही लगाया जा सकता है." हालांकि, उन्होंने कहा कि 22 अक्टूबर तक राज्य में शुष्क मौसम की स्थिति बनी रहेगी.
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