Jharkhand Drought News : सूखे की चपेट में झारखंड के 210 प्रखंड, 9 की हालत गंभीर, संकट में खेती

Jharkhand Drought News : सूखे की चपेट में झारखंड के 210 प्रखंड, 9 की हालत गंभीर, संकट में खेती

इन प्रखंडों में बारिश के आंकड़े को देखे तो इन सभी में 60 से 70 फीसदी तक बारिश की कमी दर्ज की गई है. इन प्रखंडों में मात्र 30 फीसदी बारिश दर्ज की गई है. चतरा के गिद्दौर प्रखंड में 65.13, इटखोरी में 64.27, मयूरहंड में 65.52 पत्थरगामा में 61.95 फीसदी बारिश दर्ज की गई है.

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Jharkhand Drought News : सूखे की चपेट में झारखंड के 210 प्रखंड, 9 की हालत गंभीर, संकट में खेतीसूख के कारण खेत में पड़ी दरार फोटोः किसान तक

झारखंड बैक टू बैक सूखे के संकट का सामना कर रहा है. इसके कारण यहां के किसानों को कृषि पर गंभीर असर पड़ा है. बारिश नहीं होने के कारण खरीफ के साथ-साथ रबि फसल की खेती पर भी खतरा मंडराने लगा है. पिछले साल की बात करें तो पिछले साल राज्य के 260 प्रखंडों में से 226 प्रखंड सूखे की गंभीर चपेट में थे. वहीं इस साल मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य के 200 प्रखंड गंभीर सूखें की चपेट में हैं. इनमें भी नौ प्रखंड की हालत सबसे बदतर हालत में है. इनमें चतरा जिले के चार प्रखंड, हजारीबाग जिले के चार प्रखंड और कोडरमा जिले का एक प्रखंड शामिल है.

इन प्रखंडों में बारिश के आंकड़े को देखे तो इन सभी में 60 से 70 फीसदी तक बारिश की कमी दर्ज की गई है. इन प्रखंडों में मात्र 30 फीसदी बारिश दर्ज की गई है. चतरा के गिद्दौर प्रखंड में 65.13, इटखोरी में 64.27, मयूरहंड में 65.52 पत्थरगामा में 61.95 फीसदी बारिश दर्ज की गई है. चतरा पूरे जिले का बात करें तो यहां पर अभी तक बारिश का विचलन 63 फीसदी है. जो राज्य भर में सबसे अधिक सूखा प्रभावित जिला है. वहीं सबसे खराब स्थिति वाले प्रखंडों में हजारीबाग जिले के भी चार प्रखंड में दारू 61.60  इचाक 64.88 में कटकमसांडी 68.90 में और पदमा में 65.72 फीसदी बारिश की कमी दर्ज की गई है वहीं कोडरमा जिला का चौपाररण प्रखंड राज्य का सर्वाधिक सूखाग्रस्त प्रखंड है. यहां पर 71.08 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है. 

210 प्रखंड में पड़ा गंभीर सूखा

इसके अलावा राज्य के 57 प्रखंडों में हालात थोड़ी सामान्य है. मौसम विभाग के अनुसार इनमें उन तीन जिलों के सभी प्रखंड शामिल हैं जहां पर इस बार लगभग सामान्य के आस-पास बारिश दर्ज की गई है. हालांकि पिछली बार सामान्य बारिश की सूची में दो जिले पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम शामिल थे, पर इस बार सामान्य बारिश वाले जिलों में गोड्डा, सिमडेगा और साहिबगंज शामिल हैं. सूखा मैनुअल के मुताबिक देखा जाए तो राज्य के 210 प्रखंड सूखे के तय मापदंडो को पूरा कर रहे हैं. पर इस पर अभी तक फैसला आना बाकी है. 

नहीं पूरा हुआ धान की खेती का लक्ष्य

राज्य के 21 जिलों की हालत इस बार बेहद खराब है. इन जिलों में सूखे के कारण खरीफ फसलों की बुवाई पर सबसे अधिक असर पड़ा है. राज्य में 18 लाख हेक्टेयर में धान की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. पर बारिश नहीं होने के कारण अब तक इस बार राज्य में महज 11 लाख हेक्टेयर में ही धान की खेती हो पाई है. जो पिछले साल की तुलना में अभी तक बेहतर है पर इस बार अभी भी बारिश उस तरह से नहीं हो रही है इसका असर आने वाले फसल सीजन पर भी पड़ सकता है.  

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