उत्तर भारत में के राज्यों में कोहरे और शीतलहर के बीच बिहार में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है. यहां पर न्यूनतम तापमान में अधिक गिरावट नहीं आई है पर ठंडी हवाओं के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि पूरे बिहार में शीत लहर जारी है और राज्य में 12 स्थानों पर पारा का स्तर 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है. आईएमडी ने अगले दो दिनों में कुछ जिलों में मध्यम से घने कोहरे और ठंडे दिन की स्थिति की आशंका जताते हुए राज्य के कई हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
भाषा के अनुसार एक अधिकारी ने कहा, मौजूदा ठंड के मौसम की स्थिति को देखते हुए, पटना के सभी स्कूल आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए शनिवार (20 जनवरी) तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं. बुधवार को अररिया जिले के फारबिसगंज में सबसे कम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि पटना सहित राज्य के कई हिस्सों में अगले तीन से चार दिनों तक न्यूनतम तापमान 6-11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. राज्य की राजधानी में न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस और दिन का अधिकतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
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आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को फारबिसगंज राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, इसके बाद गया में 6.7 डिग्री सेल्सियस, सारण में 7.3 डिग्री, जीरादेई में 7.4 डिग्री, मोतिहारी में 8.1 डिग्री, बक्सर में 8.4 डिग्री और कैमूर में 8.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. डेहरी, किशनगंज, पूसा और शारशा में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस से ऊपर लेकिन 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा. मौसम कार्यालय ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से कोहरे के कारण कम दृश्यता की भी सूचना मिली है.
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आईएमडी ने अगेल दो दिनों के लिए मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, बेगुसराय, पटना, नालंदा, नवादा, गया, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, भोइजपुर, सीवान, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण आदि में मध्यम से घने कोहरे और ठंडे दिन की स्थिति की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. पटना के डीएम चन्द्रशेखर सिंह द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि चल रही शीत लहर की स्थिति के जवाब में स्कूल बंद करने की अवधि बढ़ा दी गई है, जिससे छात्रों के स्वास्थ्य और कल्याण को खतरा है.
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