देश के प्रगतिशील किसानों को प्रोत्साहित करने की दिशा में अब नई दिल्ली के पूसा कैंपस में पूसा एग्री कृषि हाट (PUSA Agri Krishi Haat) में किसान बाजार खुला है. इस बाजार में देश के विभिन्न प्रदेशों से आने वाले किसानों के लिए 60 दुकानें बनाई गईं हैं और यहां फिलहाल 15 से ज्यादा राज्यों के किसानों ने अपनी दुकान शुरू कर दी हैं.
PUSA Agri Krishi Haat में पूनम शेरावत ने एक दुकान लगाई है. पूनम खराब और सूखे फूलों को मंदिरों में से एकत्रित करती हैं और उनको प्रोसेस करके उनसे दीए, धूपबत्ती व अन्य प्रोडक्ट्स भी बना रही है. साथ ही वह इस तकनीक को लेकर घरेलू महिलाओं को भी ट्रेनिंग दे रही हैं जो अपने जीवन में कुछ हटकर करना चाहती हैं और अपने पैरों पर खड़े होना चाहती हैं.
Save Prithvi Foundation की फाउंडर पूनम शेरावत हरियाणा के गुरुग्राम में 27 मंदिरों से सूखे व खराब फूल एकत्रित करती हैं और इन्हें प्रोसेस करती हैं. इसके बाद वो अपनी टीम की महिला सदस्यों के साथ इससे धूप, गणेश जी की मूर्ति, अगरबत्ती,दीए, होम डेकोर आदी प्रोडक्ट्स बनाती हैं.
पूनम बताती हैं कि उनकी संस्था के द्वारा बनाए गए सभी उत्पाद इको फ्रेंडली हैं और वो मिट्टी में डालने पर उसमें घुल-मिल जाते हैं. इनसे किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है.
पूनम ने बताया कि लोग पहले कभी सोच भी नहीं सकते थे कि, खराब व सूखे फूलों से दीए भी बनाए जा सकते हैं. लेकिन उनकी टीम ने ये कर दिखाया. इनके द्वारा बनाए दीए और गणेश जी की मांग दीपावली के आस-पास काफी होती है.
पूनम बताती हैं कि Save Prithvi Foundation के द्वारा बनाए गए सभी उत्पादों में प्राकृतिक खुशबू होती है जो कि लाजवाब है और इसका कोई तोड़ नही है. क्योंकि वो अपने इन प्रोडक्ट्स में किसी भी प्रकार के रसायन की मिलावट नहीं करते.
पूनम बताती हैं कि वो Save Prithvi Foundation के तहत देश के विभिन्न प्रदेशों में जाकर हजारों महिलाओं को अबतक सूखे फूलों से बनने वाले इन प्रोडक्ट्स की ट्रेनिंग दे चुकी हैं. इसके लिए उन्हें कई सरकारी व गैर सरकारी अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है.
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