उत्तर प्रदेश में रिवैंप योजना के तहत अब जिलों में भी प्री-पेड मीटर लगाई जा रहे हैं. बिजली विभाग ने इसके लिए सर्वे शुरू कर दिया है. बरेली जनपद में 4.50 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने हैं. शहरी क्षेत्र में 1.40 लाख जबकि देहात क्षेत्र में 3.10 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. अभी तक बिजली विभाग के अंतर्गत शहर में 57000 उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं. इन स्मार्ट मीटर की वजह से बिलिंग और मीटर जंप होने जैसे शिकायतों में काफी कमी आई है. वहीं अब स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से उपभोक्ताओं को बिजली उपयोग करने के बाद मोबाइल की तरह पहले रिचार्ज करना होगा. रिचार्ज खत्म होने पर उपभोक्ता के मोबाइल फोन पर मैसेज जाएगा. वही एक प्रीपेड मीटर पर 6230 खर्च का अनुमान है जिसके लिए उपभोक्ता को कोई भुगतान नहीं करना होगा.
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उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी अब रिवैंप योजना के अंतर्गत स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने की तैयारी है. बरेली जनपद में अभी तक 450000 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इन प्रीपेड मीटर से जहां उपभोक्ताओं को कई तरह की सहूलियत भी मिलेगी. वहीं ग्रामीण इलाकों में प्रीपेड मीटर से उपभोक्ता भी नाराज है. उपभोक्ताओं का कहना है कि गांव में अभी भी ज्यादातर लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं वो कैसे प्री-पेड बिजली का इस्तेमाल कर सकेंगे.
ग्रामीण और शहरी इलाकों में लगने वाले प्री-पेड स्मार्ट मीटर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे. इन मीटर से छेड़छाड़ नहीं किया जा सकेगा. ऐसा करने पर सीधे कंट्रोल रूम को मैसेज जाएगा. उपभोक्ता प्री-पेड सिम की तरह पहले रिचार्ज करा कर स्मार्ट स्पीड मीटर का लाभ उठा सकेंगे. रिचार्ज खत्म होते ही बिजली की आपूर्ति ठीक हो जाएगी. मुख्य अभियंता रणविजय सिंह ने बताया कि शहर और देहात में कुल 4.50 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित है. मीटर लगाने का खर्च भी निगम वहन करेगी. इसके लिए सर्वे की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. पहले चरण में शहर में शत प्रतिशत उपभोक्ता के यहां स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे. इसके बाद देहात में भी इस तरह के प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे.
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