देश में आम की कई किस्में हैं जिसका स्वाद लोग लेते हैं. इन किस्मों की खेती देश में बड़े पैमाने पर होती है. इसी में एक राज्य है बिहार जहां आम की कई किस्में उगाई जाती हैं. आम के इन विभिन्न किस्मों को लोग आसानी से जान सकें, इस सोच के साथ बिहार की राजधानी पटना में शनिवार से दो दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस आम महोत्सव के जरिये राज्य और देश के प्रमुख आम के किस्मों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी.
कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि दिनांक 22-23 जून को पटना के ज्ञान भवन में राज्यस्तरीय आम महोत्सव, 2024 का आयोजन किया जा रहा है. कृषि मंत्री मंगल पांडेय की मौजूदगी में नीतीश कुमार के द्वारा आम महोत्सव का उद्घाटन किया जाएगा. इस महोत्सव में आम के अगात, मध्यकालीन और पिछात सहित संकर नस्ल के किस्मों की प्रदर्शनी लगाई गई है. राज्य में 1.63 लाख हेक्टेयर में आम की बागवानी है और 15.76 लाख टन का उत्पादन होता है.
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कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि बिहार राज्य में आम की प्रमुख किस्मों के साथ कुछ खास क्षेत्रों में आम की कुछ खास किस्मों का उत्पादन होता है, जहां की मिट्टी और जलवायु आम के फल को एक विशेष पहचान दिलाती है. जिसमें से भागलपुर का जर्दालु आम, जिसे भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में जी आई टैग दिया गया है जो राज्य के भौगोलिक अनुकूल परिस्थितियों को दर्शाता है. इसके साथ ही जर्दा पश्चिमी चम्पारण, कृष्णा भोग मधुबनी, कलकतिया दरभंगा, बंबइया सीतामढ़ी, गुलाब खास सुपौल, मालदह मधेपुरा, कटिहार, दूधिया मालदह पटना, चौसा बक्सर, बथुआ समस्तीपुर, चूरम्बा मालदह मुंगेर मशहूर है.
कृषि सचिव ने बताया कि प्रदर्शनी में राज्य के विभिन्न जिलों के आम उत्पादकों एवं उद्यमियों द्वारा आम एवं इसके प्रसंस्कृत उत्पाद का प्रदर्शन किया जाएगा. प्रदर्शनी में आम के अगात किस्मों, मध्यकालीन किस्मों, पिछात किस्मों, संकर किस्मों, रंगीन किस्मों, बीजू आम आदि के 4578 प्रकार को प्रदर्शित किया गया है. इसमें अगात किस्मों में जर्दालू, मिठुआ, गुलाब खास, सुर्ख वर्मा, सुन्दर प्रसाद, जरदा, बम्बई, रानी पसंद, गोपाल भोग आदि के 1357 प्रदर्श प्रदर्शित किया गया है. मध्यकालीन किस्मों में लंगड़ा (मालदा), हेमसागर, अमन इब्राहिमपुर, कृष्णभोग, अलफांसो, दशहरी, हुस्न-ए-आरा, खासुलखास, बेनजीर, आबेहयात आदि के 1367 प्रदर्श प्रदर्शित किया गया है. पिछात किस्मों में फजली, सुकूल, सीपिया, समर बहिस्त, चौसा, तैमूरिया, की 667 प्रकार को प्रदर्शित किया गया है. वहीं संकर किस्म में महमूद बहार, प्रभाशंकर, मल्लिका, आम्रपाली आदि के 586 प्रकार को प्रदर्शित किया गया है.
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आम महोत्सव में स्कूल एवं कॉलेज के बच्चे राज्य में उत्पादित आम के विभिन्न किस्मों से रूबरू हो सकें, इसको लेकर आम खाओ, आम फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही आम के बेहतर गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के लिए तकनीकी सत्र का आयोजन किया जाएगा जिसमें राज्य के कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक कृषकों को आम के बेहतर उत्पादन की तकनीकी का ज्ञान देंगे एवं कृषकों की समस्या का उपाय बताएंगे. वहीं प्रदर्शनी के साथ बिक्री के लिए कच्चा/पका आम, आम के कलमी पौधे, आम का अचार, आम की कुल्फी अन्य स्वादिष्ट एवं अनूठे आम के उत्पाद उपलब्ध रहेंगे.
आम के क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन करने वाले नौ वर्गों में से उत्कृष्ट किसान को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमशः 5,000 रुपये, 4,000 रुपये एवं 3,000 रुपये के साथ प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा. इसके साथ ही, राज्य के एक किसान को सभी वर्गों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर 10,000 रुपये का विशिष्ट पुरस्कार और आम शिरोमणि की उपाधि दी जाएगी.
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