स्प्रिंकलर से लेकर टिलर तक, सब कुछ खरीदें सस्ते में... सब्सिडी में आधा पैसा दे रही सरकार

स्प्रिंकलर से लेकर टिलर तक, सब कुछ खरीदें सस्ते में... सब्सिडी में आधा पैसा दे रही सरकार

राज्य सरकार किसानों को पारंपरिक सिंचाई तकनीकों के बजाय स्प्रिंकलर और ड्रिप सिस्टम का उपयोग करने के लिए बढ़ावा देती है. ये आधुनिक सिस्टम 70 परसेंट तक पानी बचा सकते हैं, जिससे सीमित जल संसाधनों के साथ भी बड़े क्षेत्रों की सिंचाई करना संभव हो जाता है. इस योजना से अकेले खरगोन जिले के 1,870 किसानों को लाभ मिल चुका है, जिसमें स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई के लिए कुल 6.14 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है.

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स्प्रिंकलर से लेकर टिलर तक, सब कुछ खरीदें सस्ते में... सब्सिडी में आधा पैसा दे रही सरकारस्प्रिंकलर पर सब्सिडी देती है मध्य प्रदेश सरकार

मध्य प्रदेश सरकार अलग-अलग सिंचाई सिस्टमों के लिए सब्सिडी के साथ किसानों को कई तरह के मदद दे रही है. इनमें स्प्रिंकलर सेट, ड्रिप सिस्टम, पंप सेट (डीजल/इलेक्ट्रिक), पाइपलाइन सेट और रेन गन सिस्टम शामिल हैं. किसान की श्रेणी और भूमि जोत के आधार पर, सब्सिडी 40 से 55 परसेंट तक दी जाती है. सरकार ने अलग-अलग योजनाओं जैसे कि राष्ट्रीय खाद्य तिलहन मिशन, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन दलहन और सूक्ष्म सिंचाई प्रणालियों के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत भी आवेदन मांगे हैं.

इस स्कीम का उद्देश्य पूरे राज्य में सिंचाई में सुधार करना, पानी की बर्बादी को कम करना और किसानों को बेहतर पैदावार और टिकाऊ खेती के तरीकों को हासिल करने में मदद करना है.

6 करोड़ से अधिक की सब्सिडी

एक रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश में ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई के लिए 6 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी दी गई है. खरगोन में 1,870 किसान इस योजना से लाभान्वित हुए हैं. सिंचाई सिस्टम 50-70 परसेंट तक पानी बचाता है, जिससे फसल की पैदावार बढ़ती है. सब्सिडी में पंप सेट, रेन गन और पाइपलाइन सेट भी शामिल हैं. इसमें सरकार की ओर से किसानों को सिंचाई सिस्टम खरीदने के लिए 55 परसेंट तक सब्सिडी दी जाती है. इसके अलावा किसान खेत जुताई के लिए टिलर पर भी सब्सिडी ले सकते हैं.

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राज्य सरकार किसानों को पारंपरिक सिंचाई तकनीकों के बजाय स्प्रिंकलर और ड्रिप सिस्टम का उपयोग करने के लिए बढ़ावा देती है. ये आधुनिक सिस्टम 70 परसेंट तक पानी बचा सकते हैं, जिससे सीमित जल संसाधनों के साथ भी बड़े क्षेत्रों की सिंचाई करना संभव हो जाता है. इस योजना से अकेले खरगोन जिले के 1,870 किसानों को लाभ मिल चुका है, जिसमें स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई के लिए कुल 6.14 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है.

कितनी मिलती है सब्सिडी

राज्य माइक्रोइरीगेशन योजना 

स्प्रिंकलर सेट (इकाई लागत 19600/हेक्टेयर)-सभी वर्ग के लघु/सीमांत/अन्य किसानों के लिए इकाई लागत का 80 प्रतिशत या अधिकतम रु. 12000 रुपये
ड्रिप सिस्टम (इकाई लागत 80000/हेक्टेयर)-सभी वर्ग के लघु/सीमांत/अन्य किसानों के लिए इकाई लागत का 80 प्रतिशत या अधिकतम रु. 40000 रुपये
मोबाइल रेनगन (इकाई लागत 31600/हेक्टेयर)-सभी वर्ग के लघु/सीमांत/अन्य किसानों के लिए इकाई लागत का 80 प्रतिशत या अधिकतम रु. 15000 रुपये

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2. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY)

स्प्रिंकल सेट

लघु/सीमांत किसान- सभी वर्ग के लघु/सीमांत किसानों के लिए इकाई लागत का 55 प्रतिशत सब्सिडी
अन्य किसान - सभी वर्ग के किसानों के लिए इकाई लागत का 45 प्रतिशत सब्सिडी

ड्रिप सिस्टम 

लघु/सीमांत किसान - समस्त वर्ग के लघु/सीमांत किसानों के लिए इकाई लागत का 55 प्रतिशत सब्सिडी
अन्य किसान- समस्त वर्ग के अन्य किसानों के लिए इकाई लागत का 45 प्रतिशत सब्सिडी

 

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