कौन हैं लोकसभा के प्रोटेम स्‍पीकर भृतहरि माहताब और क्‍या होगा उनका रोल 

कौन हैं लोकसभा के प्रोटेम स्‍पीकर भृतहरि माहताब और क्‍या होगा उनका रोल 

ओडिशा की राजनीति में महत्‍वपूर्ण कद रखने वाले भर्तृहरि महताब सात बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं.  इससे पहले बीजू जनता दल (बीजेडी) के सदस्य रहे महताब इस साल मार्च में चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे.  साल 2017 में वर्तमान प्रोटेम स्पीकर को लोकसभा की बहसों में उनके प्रदर्शन के लिए 'उत्कृष्ट सांसद' का पुरस्कार भी दिया गया था. 

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कौन हैं लोकसभा के प्रोटेम स्‍पीकर भृतहरि माहताब और क्‍या होगा उनका रोल 7 बार के सांसद भृतहरि महताब बने प्रोटेम स्‍पीकर

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को बताया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है. राष्‍ट्रवति संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत लोकसभा सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करते हैं, ताकि वे अध्यक्ष के चुनाव तक अध्यक्ष के कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें.  संसदीय कार्य मंत्री ने यह भी बताया कि लोकसभा सदस्य के सुरेश, टी आर बालू, राधा मोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंद्योपाध्याय प्रोटेम स्पीकर की मदद करेंगे. जानिए कौन हैं भृतहरि माहताब और बतौर प्रोटेम स्‍पीकर उनकी ड्यूटीज क्‍या होंगी. 

कौन हैं प्रोटेम स्‍पीकर 

ओडिशा की राजनीति में महत्‍वपूर्ण कद रखने वाले भर्तृहरि महताब सात बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं.  इससे पहले बीजू जनता दल (बीजेडी) के सदस्य रहे महताब इस साल मार्च में चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे.  साल 2017 में वर्तमान प्रोटेम स्पीकर को लोकसभा की बहसों में उनके प्रदर्शन के लिए 'उत्कृष्ट सांसद' का पुरस्कार भी दिया गया था. 

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प्रोटेम स्पीकर का रोल 

प्रोटेम स्पीकर लोकसभा का पीठासीन अधिकारी होता है. इस तरह से सदन की रोजाना की कार्यवाही से संबंधित कुछ प्रमुख कर्तव्य उनके पास होते हैं.  चूंकि स्पीकर को सदन में साधारण बहुमत से चुना जाना होता है, इसलिए तब तक, स्पीकर के कर्तव्यों को निभाने के लिए प्रोटेम स्पीकर को चुना जाता है, जिसमें सांसदों का शपथ ग्रहण भी शामिल है.
 
प्रोटेम यानी 'फिलहाल' या 'अस्थायी रूप से'. आपको जानकर हैरानी होगी कि संविधान में ‘प्रोटेम’ पद का कोई जिक्र नहीं है. लेकिन ‘संसदीय कार्य मंत्रालय के कामकाज पर पुस्तिका’ में ‘प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति और शपथ ग्रहण’ का जिक्र है. 

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नियुक्ति पर विवाद 

हालांकि महताब की नियुक्ति पर विवाद शुरू हो गया है. अभी तक उन सदस्‍यों को प्रोटेम स्‍पीकर नियुक्‍त किया गया है जिनका कार्यकाल सबसे लंबा हो. ऐसे में महताब की नियुक्ति पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि परंपरा के अनुसार, सबसे अधिक कार्यकाल पूरा करने वाले सांसद को पहले दो दिनों के लिए प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाना चाहिए, जब सभी नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई जाती है. 

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उन्‍होंने कहा, '18वीं लोकसभा में सबसे वरिष्‍ठ सांसद कोडिकुन्निल सुरेश (कांग्रेस) और वीरेंद्र कुमार (बीजेपी) हैं, जो अब अपना आठवां कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. बाद वाले अब केंद्रीय मंत्री हैं और इसलिए यह उम्मीद की जा रही थी कि कोडिकुन्निल सुरेश प्रोटेम स्पीकर होंगे.' उन्‍होंने आगे कहा कि लेकिन इसकी जगह 7 बार के सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है. उनका कहना था कि वह छह बार बीजेडी के सांसद रहे हैं और अब बीजेपी से एमपी हैं. 
 

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