लोकसभा चुनाव अब अंतिम चरण में हैं और बस दो चरणों के बाद इन चुनावों का नतीजा आ जाएगा. 25 मई और फिर 1 जून को छठे और सातवें चरण के मतदान के बाद 4 जून को साफ हो जाएगा कि इस बार केंद्र में सत्ता किसके हाथ में होगी. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जिन्हें लोग पीके के नाम से भी बुलाते हैं, उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी कर दी है कि इस बार भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के हाथ में केंद्र की सत्ता आने वाली है.
कुछ दिनों पहले पीके ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के एक कार्यक्रम में कई अहम बातें कही थीं. इस कार्यक्रम में प्रशांत किशोर से पूछा गया था कि क्या उन्हें आज भी बीजेपी को 10 साल पहले के लोकसभा चुनाव जीतवाने का अफसोस है, तो इस पर उन्होंने बड़ा ही दिलचस्प जवाब दिया. प्रशांत किशोर ने कहा, 'कुछ लोग कहते हैं कि क्या उन्हें इस बात का पछतावा है तो इसका जवाब है कि नहीं. मैं अपने किसी फैसले पर पछताता नहीं हूं. मैं अपनी गलतियों से सीखता हूं. मैंने उससे सबकी सीखा कि मुझे कैसे काम करना है और शायद 10 साल में मैंने काफी कुछ सीख लिया था. इसलिए मैंने उस काम को छोड़ने का फैसला किया और कुछ नया करने का सोचा.'
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जिन्हें नहीं मालूम है, उन्हें बता दें कि साल 2014 में जब देश में मोदी लहर थी और बीजेपी को विशाल बहुमत मिला था, तो उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ही थे. प्रशांत किशोर ने इसी कार्यक्रम में बताया कि पीएम मोदी और बीजेपी को 10 साल पहले इतनी बड़ी जीत कैसे मिली थी. उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी ने वह चुनाव इसलिए जीता था क्योंकि बीजेपी, आरएसएस और उनके कैडर्स ने कड़ी मेहनत की थी. वह इसलिए भी जीते थे क्योंकि यूपीए 2 और कांग्रेस ठीक से सत्ता संभाल नहीं सकी थी.'
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प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 'भारी फायदा' होने की भविष्यवाणी की है. हालांकि उन्होंने कहा भी कहा है कि बीजेपी कभी भी 400 सीटें नहीं जीत सकती. कुछ दिनों पहले उन्होंने आरटीवी आंध्र प्रदेश के साथ एक इंटरव्यू में बताया कि बीजेपी को कैसे सत्ता से बाहर किया जा सकता है. प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी को केंद्र से बाहर करने के लिए पार्टी को उत्तर और पश्चिम भारत में 100 लोकसभा सीटें खोनी होंगी. इसके साथ ही पूर्व और दक्षिण में अगर उसे एक भी सीट हासिल नहीं होती है तो वह केंद्र से बाहर हो जाएगी.
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