उत्तराखंड में जोशीमठ विकासखंड के दूरस्थ गांव पगनो के हालात मौजूदा वक्त में ठीक नहीं है. यहां लगातार बड़ा लैंडस्लाइड गांव की तरफ खिसक रहा है जिससे गांव में रहने वाले 60 से 70 परिवार और उनकी उपजाऊ भूमि खतरे की जद में आ चुकी है.
वहीं 35 परिवारों के घर मकान खतरे की जद में हैं. ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द गांव को सुरक्षित करने के प्रयास किए जाएं, ताकि गांव में पड़ी जनहानि ना हो सके. वही अब तक जोशीमठ के पगनो गाव में हो रहे भूस्खलन के चलते एक प्रभावित परिवार ने गांव को छोड़ दिया है.
प्रभावित जगत सिंह पवार का कहना था कि उनका मकान खतरे की जद में आ गया था जिसके चलते उन्होंने गांव को छोड़कर सलूड गांव में एक कमरा किराए पर ले लिया है. भूस्खलन के चलते उनके खेत भी पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं. वह इस गांव से गाड़ी में सामान रख दूसरे गांव में चले गए हैं.
वही बताते चले पगनो गांव में विगत दो वर्षों से भूस्खलन का दौर जारी है. लेकिन बीते कई माह से भूस्खलन तेज हो रहा है. यहां पर गांव के ऊपर से लगातार भूस्खलन हो रहा है जिसके चलते कई परिवारों को तो प्रशासन ने सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने की बात कही थी. लेकिन अभी भी 35 परिवार ऐसे हैं जो खतरे के साए में रहने को मजबूर हैं.
स्थानीय निवासी प्रदीप सिंह ने बताया कि बीते माह भी पंगनो गांव में एक मकान अचानक भरभराकर टूट गया था. वही यहां लगातार आज भी खतरा बरकरार है और गांव खिसकता जा रहा है. ऊपर पहाड़ी से मालवा बोल्डर गिरकर आ रहे हैं.
बारिश के दौरान यहां भारी मात्रा में मालवा पानी और बरसाती पानी लोगों के घरों के अंदर तक पहुंच रहा हैं. ऐसे में अब लोगों को अपनी जान बचाने की पड़ी है जाएं तो जाएं कहा.
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