आज के दौर में बकरी और भेड़ पालन पशुपालन करने वाले लोगों के लिए फायदे का सौदा बनकर उभर रहा है. ऊपर से अच्छी बात यह कि सरकार इसे बढ़ावा देने के लिए आर्थिक तौर पर मदद भी दे रही है. मदद भी 90 प्रतिशत तक मिल रही है.
इच्छुक लोगों को यह मदद दिलाने के लिए इस क्षेत्र में काम करने वाले एनजीओ की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है. अगर आपको कम पूंजी में पशुपालन करना है तो आपके लिए बकरी और भेड़ पालन अच्छा विकल्प हो सकता है. इसमें मुनाफे की काफी संभावना है. पहले लोग बकरी पालन को गंभीरता से नहीं लेते थे, लेकिन जब से इसके फायदों को देखते हुए सरकार मदद देने लगी है तब से इसे लेकर काफी चर्चा हो रही है.
बकरी और भेड़ पालन योजना के तहत लाभार्थी को 10 बकरी एवं 1 बकरा या 10 भेड़ एवं 1 भेड़ा मिलेगा. अच्छी बात ये है कि एक यूनिट पर लागत का मात्र 10 प्रतिशत ही आपको देना है. अगर कुल लागत अगर 55,000 रुपये है तो लाभार्थी को मात्र मात्र 10 प्रतिशत 5,500 रुपये ही देना होगा. बाकी की रकम लाभार्थी को बैंक खाते के माध्यम से सरकार देगी.
जानकारों का कहना है कि अगर संभव हो तो लाभार्थियों का एक समूह बना कर स्वयं सहायता समूह के तौर पर योजना की मदद लें. भले ही लाभार्थी अलग-अलग हों. जब आप एक समूह के रुप में काम करेगें तो लाभ होने का संभावना अधिक होगी.
कुछ एनजीओ इस बारे में ट्रेनिंग भी दे रहे हैं. साथ ही तकनीकी और प्रशासनिक मदद कर रहे हैं. इसके लिए वो कुछ रकम ले सकते हैं. एनजीओ के माध्यम से न केवल आप अपने कार्यक्षेत्र का तो विस्तार कर सकते हैं बल्कि आपका काम काफी आसान हो जाएगा.
बकरी और भेड़ पालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों एवं पशुपालकों को नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के तहत सरकार मदद दे रही है. सब्सिडी का प्रावधान अलग-अलग कारकों को देखते हुए किया गया है. मिशन के तहत किसानों की आय बढ़ाने एवं लोगों को रोजगार देने के लिए सरकार ने ये योजना बनाई है.
इसके तहत बकरी और भेड़ पालन को प्रोत्साहित किया जा रहा है और सब्सिडी दी जा रही है. मिशन के तहत अलग-अलग राज्य सरकार सब्सिडी की मात्रा अपने अनुसार तय या बदल सकते हैं.
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