बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से कई राज्यों में बड़े पैमाने पर गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा था. ऐसे में कहा जा रहा था कि देश में एक बार फिर गेहूं के उत्पादन में गिरावट देखी जा सकती है. लेकिन गेहूं की कुछ नई किस्मों ने कमाल कर दिया. कमाल ये किया कि इन किस्मों के गेहूं पर गर्मी का कोई असर ही नहीं पड़ा. साथ ही बारिश और ओलावृष्टि ने भी कुछ खास नुकसान नहीं किया. किसानों का कहना है कि प्रति एकड़ 30-30 क्विंटल की पैदावार मिल रही है. इसी वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार तमाम मौसमी कठिनाइयों के बावजूद गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर तक जाएगा. नई प्रजातियों के गेहूं की कामयाबी वैज्ञानिकों की आशाओं से भी काफी आगे है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today