scorecardresearch
advertisement
Video: आम के बाग बनने लगे हैं जंगल, बची हैं 1300 में से बस 600 प्रजातियां

Video: आम के बाग बनने लगे हैं जंगल, बची हैं 1300 में से बस 600 प्रजातियां

लखनऊ के मलिहाबाद और काकोरी फल पट्टी में हजारों की संख्या में आम के बाग मौजूद हैं. लगातार आम की प्रजातियां विलुप्त हो रही हैं. पहले जहां इस फल पट्टी में कुल 1300 तरह के आम की प्रजातियां मौजूद थीं. अब घटकर केवल 600 ही रह गई हैं. मैंगो मैन के नाम से मशहूर पद्मश्री से सम्मानित कलीमुल्लाह खान ने बताया आम के बाद अब धीरे-धीरे जंगल में परिवर्तित हो रहे हैं, जिसके चलते पेड़ों को गर्म हवाएं नहीं मिल पा रही हैं. यहां तक की धूप भी नीचे तक नहीं जा रही है जिसके कारण कई तरह की बीमारियां पनपने लगी हैं. इसी वजह से बहुत से किसानों ने अपने भागों को काटना शुरू कर दिया है. अगर सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में मलिहाबाद और काकोरी की फल पट्टी को बहुत नुकसान होगा और बहुत से आम किस्में लोगों को देखने ने को भी नहीं मिलेंगी.