तमिलनाडु का कृषि स्टार्टअप FARMAI इंडिया पौधे उगाने के लिए एक बेहतरीन आइडिया लेकर आया है. इस नए आइडिया से पौधों को उगाने के लिए मिट्टी की जरूरत नहीं पड़ती है. इस तरह के पौधे उगा कर खेती करने से पौधों की उपज और रोग प्रतिरोधन क्षमता में जबरदस्त सुधार होता है. FARMAI इंडिया के संस्थापक और सीईओ सुभाष बोस ने कहा इस मिट्टी रहित मीडियम को लाने का उद्देश्य किसानों की इनपुट लागत में कटौती करना, उपज बढ़ाना, श्रम की कमी को दूर करना और कृषि मशीनीकरण में मदद करना है ताकि उत्पादकों को अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल सके. यह नया आइडिया किसानों के लिए काफी मददगार साबित होने वाला है.
FARMAI इंडिया के संस्थापक और सीईओ सुभाष बोस ने कहा कि मिट्टी रहित पौधा उगाने का यह मीडियम बाजार में वग्रो ब्रांड के नाम से बिकता है. इस मीडियम का इस्तेमाल धान, गन्ना, सब्जियां और सजावट वाले पौधे उगाने के लिए किया जा सकता है. उन्होंने आगे कहा कि हमारी कंपनी की पॉलिसी के अनुसार छोटे पौधे हमारे मीडियम में ही उगाए जाते हैं. इस पहल से किसानों को काफी लाभ होने वाला है. इससे किसानों की उपज बढ़ेगी, नुकसान कम होगी और इससे कमाई बढ़ेगी. साथ ही किसान नई तकनीक भी सीख पाएंगे.
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FARMAI इंडिया किसानों को ना सिर्फ पौधों को उगाने के लिए मीडियम उपबल्ध कराता है बल्कि वह उन पौधों की पूरी तरह से निगरानी भी करता है और समय-समय पर किसानों के लिए सलाह भी जारी करता है. यह सलाह उनके दूसरे फर्म FX के जरिए दी जाती है जिसमें फसल की कटाई तक का निर्देश किसानों को मिलता है. इस मीडियम में पौधा तैयार करने से यह सुनिश्चित होता है हर बीज का अंकुरण सही तरीके से हुआ है और उस पौधे की खेत में रोपाई सही समय पर हो जाएगी. जैसे धान की खेती में समय से पौधों की रोपाई हो जानी चाहिए. इसमें उगाए गए धान के पौधे को बुवाई मशीन के जरिए भी आराम से रोपा जा सकेगा. इसके इस्तेमाल से कृषि में काम का बोझ और कम हो जाएगा.
इस नए आइडिया से धान की रोपाई करना आसान हो जाएगा. इससे मजदूरों की कमी की समस्या का समाधान हो जाएगा. FARMAI इंडिया की स्थापना 2020 में की गई थी. तब से ही यह गांवों में इस तरह के प्रयासों को चलाने के लिए गांवों में छोटे उद्मम चला रहा है. इसके जरिए किसानों को इस मीडियम का सही तरीके से इस्तेमाल करने के बार में ट्रेंड किया जाता है. सुभाष बोस ने बताया कि फिलहाल उनकी कंपनी तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में काम कर रही है. जबकि पंजाब और छत्तीसगढ़ में फिलहाल हमारा काम चल रहा है. इन राज्यों से भी मांग आ रही है.
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उन्होंने कहा कि इसके इस्तेमाल से किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी. बोस ने कहा कि उनकी कंपनी के मिट्टी रहित मिडियम के जरिए किसानों की पैदावार 15 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी. जबकि इसमें किसान को कृषि तकनीक में कोई बदलाव नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि पिछले चार फसल सीजन के दौरान वग्रो मिट्टी रहित मीडियम ने 8,000 किसानों को मदद की है और इसके जरिए 40,000 एकड़ में खेती हुई है.
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