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झारखंड में जेपीएससी पेपर लीक से 29000 युवाओं का भविष्य दांव पर लगा, बिहार शिक्षक भर्ती का पेपर भी लीक

झारखंड में जेपीएससी पेपर लीक से 29000 युवाओं का भविष्य दांव पर लगा, बिहार शिक्षक भर्ती का पेपर भी लीक

पेपर लीक होने का मामला सामने आने और वीडियो वायरल होने के बाद झारखंड में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि  यह काफी दुखद और शर्मनाक घटना है. जेपीएससी के छात्रों के साथ राज्य सरकार ने एक बार फिर गंदा मजाक किया है.

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जेपीएससी परीक्षा का पेपर लीक (सांकेतिक तस्वीर) जेपीएससी परीक्षा का पेपर लीक (सांकेतिक तस्वीर)

झारखंड में आयोजित जेपीएससी की परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला सामने आया है. राज्य में आज आयोजित 17 वीं जेपीएससी की परीक्षा के दौरान राज्य के अलग-अलग केंद्रों आयोजित परीक्षा में पेपर लीक होने का मामला सामने आया. पेपर लीक होने की खबरें धनबाद जामताड़ा और चतरा से आई है. पेपर लीक होने के बाद अभ्यर्थ्यों ने जमकर हंगामा भी किया. पेपर लीक होने का मामला सामने आने और वीडियो वायरल होने के बाद झारखंड में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि  यह काफी दुखद और शर्मनाक घटना है. जेपीएससी के छात्रों के साथ राज्य सरकार ने एक बार फिर गंदा मजाक किया है. जिस तरह से राज्य सरकार आनन-फानन में जीपीएससी की परीक्षा को आयोजित करने की कोशिश कर रही थी इसके पीछे कोई ना कोई षड़यंत्र जरूर रहा होगा.  

अमर कुमार बाउरी ने कहा कि चतरा, जामताड़ा, देवघर जैसे कई जिलों से जेपीएससी के परीक्षा का पेपर लीक की सूचना मिल रही है. राज्य सरकार जहां एक तरफ कोयला, बालू, गिट्टी को बेच दिया ठीक उसी तरह राज्य के युवाओं के भविष्य को भी इस सरकार ने बचने का काम किया है. निश्चित रूप से हर सीट के लिए लाखों लाख रुपए लिए गए होंगे. नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार से मांग किया है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें. इस मामले में अभ्यर्थियों की तरफ से कई प्रकार के आरोप लगाए गए हैं.

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छात्रों का आरोप

  • अभ्यर्थियों ने कहा कि की जब प्रशन पत्र कक्षा के अंदर लाई जाती है, तो वह सील रहती है. परिक्षार्थियों के सामने ही सील खोला जाता है.इसके बाद दो परिक्षार्थियों का हस्ताक्षर कराया जाता है. 
  • परिक्षार्थियों ने आरोप लगाया कि जब प्रशन पत्र कक्षा में लाए गए तो सील खुले हुए थे. इसके अलावा दो परिक्षार्थियों का हस्ताक्षर भी किया हुआ था. 
  • परिक्षार्थियों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ पेपर सील नहीं थे. 
  • पेपर को नियम से नहीं खोला गया जिसकी वजह से परिक्षार्थियों को दी जाने वाला प्रशन पत्र बुकलेट और ओएमआर शीट का सीरियल नंबर मैच नहीं हुआ.
  • पेपर शुरू होने से पहले जब सीरियल नंबर के नहीं मिलने को लेकर सवाल उठाया गया तो छात्रों को शांत करा दिया गया. 
  • कुछ अभ्यर्थियों ने यह कहा की कुछ बेंच पर एक अभ्यर्थी बैठकर परीक्षा दे रहा था तो कहीं पर तीन अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे थे. 

चतरा में परीक्षा केंद्र में हंगामा

चतरा के उपेन्द्रनाथ इंटर वर्मा इंटर कॉलेज में स्थित परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया और आरोप लगाया की प्रिंसिपल के कक्ष में ही प्रशन पत्र का सील खोला गया था. यहां पर अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि एक छात्र के साथ मारपीट भी की गई है. हंगामे की जानकारी मिलने के बाद परीक्षा केंद्र में जिले के कई बड़े अधिकारी पहुंचे और अभ्यर्थियों को शांत कराने का प्रयास किया. वहीं आरोपों पर कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि उनके द्वारा किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हुई है. पूरे नियम से साथ परीक्षा आयोजित की गई है. 

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बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक

इधर बिहार शिक्षक भर्ती की तीसरे चरण की परीक्षा का पेपर भी एक दिन पहले आउट हो चुका था. आर्थिक अपराध ईकाई ने इसका खुलासा खुलासा किया है.आर्थिक अपराध ईकाई  ने खुलासा करते हुए यह भी कहा कि  इस मामले में 300 अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया गया है. जबकि सॉल्वर गैंग के के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जाचं के दौरान यह भी पता चला कि सॉल्वर गैंग पेपर लीक करके 270 से ज्यादा अभ्यर्थियों को पास कराने की फिराक में थे.